बुध की यह स्थिति कर्क, तुला, मकर और कुंभ राशि के लोगों को धन की हानि का कारण बन सकती है।

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बुध 21 अगस्त से उच्च कन्या राशि में है, लेकिन 8 सितंबर को अस्त होगा और सूर्य के निकट आने के कारण 8 सितंबर को वक्री हो जाएगा। अब यह सूर्य से दूर जाने के बाद 1 अक्टूबर को उदय होगा। फिर अगले दिन वह सीधा चलना शुरू कर देगा, इसलिए यह पथभ्रष्ट हो जाएगा। बुध की यह स्थिति लेन-देन, खरीदारी और निवेश को प्रभावित कर सकती है, क्योंकि यह ग्रह सभी राशियों को प्रभावित करेगा।
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बुध आमतौर पर एक राशि में 21 दिनों तक रहता है, लेकिन इस बार यह कन्या राशि में 66 दिनों तक यानी 26 अक्टूबर तक रहेगा। इस राशि में बुध का होना बहुत शुभ माना जाता है। यह स्थिति राजयोग के समान ही फल देती है। इस बार तीन गुना से अधिक समय तक अपनी राशि में रहने से बुध भी उदय और अस्त के साथ वक्री हो गया है, जिसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा।
 ज्योतिषी के अनुसार बुध के प्रभाव से व्यापार में वृद्धि होगी। विद्यार्थियों को पढ़ाई में लाभ होगा। अटके हुए कार्यों में तेजी आएगी। घर-वाहन आदि की खरीदारी में वृद्धि होगी। लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। संतान से जुड़ी चिंताएं दूर होंगी। अटके रुपये वापस मिलने के योग बनेंगे। कोई बड़ा राजनीतिक फैसला लिया जाएगा। विदेश जाने वालों की संख्या बढ़ सकती है। कुछ लोगों को उधार लेने और महंगी चीजें खरीदने से बचना चाहिए।
कन्या राशि में बुध का होना बहुत शुभ माना जाता है।
12 राशियों पर प्रभाव
इस ग्रह की राशि मेष, मिथुन, सिंह, धनु, मीन राशि के लोगों को लेन-देन और निवेश में लाभ दे सकती है। इसके अलावा वृष, कन्या और वृश्चिक राशि वालों के लिए समय सामान्य रहेगा। इन तीन राशियों के लोगों को लेन-देन और निवेश में लाभ होगा, लेकिन बहुत कम। वहां कर्क, तुला, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए समय अच्छा नहीं रहेगा। इस राशि के जातकों को निवेश में नुकसान हो सकता है और लेन-देन में गड़बड़ी से नुकसान होगा।
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Author: newsvoxindia

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