मंकीपॉक्स  ने अब तक तीस देशों में पसारे अपने पैर  !

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दुनिया में मंकीपॉक्स के मुद्दे

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दिनोंदिन बढ़ रहे हैं अब तक ये रोग 30 से अधिक देशों में फैल चुकी है 800 से अधिक रोगियों में इस वायरस की पुष्टि हो चुकी है इस बीच विदेशी मीडिया में छपी रिपोर्ट में जानकारों ने संभावना जताई है कि मंकीपॉक्स रोग हवा के जरिए फैल सकती है  विशेषज्ञों ने नाइजीरिया में फैले मंकीपॉक्स का हवाला देते हुए बोला कि नाइजीरिया की एक कारागार में 2017 में मंकीपॉक्स रोग फैली थी वहां रहने वाले कैदियों के साथ मेडिकल कर्मियों को भी इसने अपनी चपेट में लिया था इस दौरान लोग भी रोग के शिकार हो गए थे इससे लगता है कि मंकीपॉक्स रोग भी कुछ मामलों में हवा के जरिए फैल सकती है

पहले अमेरिका में मास्क पहनने का ऐलान किया गया था

इस रोग से निपटने के लिए पहले अमेरिका में मास्क पहनने का ऐलान किया गया था मगर अमेरिका के सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल के मंकीपॉक्स को लेकर अपनी पिछली घोषणा से पलटना पड़ा इसके बाद कन्फ्यूजन प्रारम्भ हो गया सेंटर ने प्रारम्भ में मास्क पहनने की राय दी थी, मगर बाद में उस राय को रद्द कर दिया गया कोविड-19 महामारी फैलने के शुरुआती चरणों में भी सेंटर की तरफ से कुछ ऐसा ही किया गया

इस दौरान ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों को लेकर इसे गौरतलब संक्रामक रोग करार दिया UKHSA में मंकीपॉक्स मामलों में निदेशक वेंडी शेफर्ड ने एक ब्रिटिश मेडिकल जर्नल से बोला कि मंकीपॉक्स को आगे फैलने से रोकना है तो इसका तेजी से उपचार करना बहुत महत्वपूर्ण है संदिग्ध रोगियों की सूचना देकर उन्हें आइसोलेट किया जाना चाहिए मंकीपॉक्स को संक्रामक रोग की श्रेणी में डालकर, इसकी पहचान, उपचार और रोकथाम में तेजी आएगी

गर्भवती स्त्रियों को खतरा?

ऐसे प्रश्न सामने आए हैं कि क्या मंकीपॉक्स रोग गर्भवती स्त्रियों और कोख में पल रहे बच्चों को भी प्रभावित करता है इसे लेकर कांगों में हुए एक अध्ययन का हवाला दिया जा रहा है तब मंकीपॉक्स प्रभावित 216 स्त्रियों पर अध्ययन किया गया था, इसमें हर 5 में 4 स्त्रियों को मिसकैरिज हो गया था उनके अजन्मे बच्चों की जांच में वायरस और उसके अंश मिले थे

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Author: newsvoxindia

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