बरेली। ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ हज़रत ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेरी के 814वें उर्स-ए-ख़्वाजा का आग़ाज़ आज अजमेर शरीफ में परचमी रस्म के साथ हो गया। उर्स में शिरकत करने के लिए देश-विदेश से अकीदतमंदों का अजमेर शरीफ पहुंचना शुरू हो गया है।
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि उर्स के मद्देनज़र देश के कोने-कोने से बड़ी संख्या में जायरीन बरेली स्थित दरगाह आला हज़रत पर भी सड़क और रेल मार्ग से हाज़िरी देने पहुंच रहे हैं। जायरीन की सहूलियत के लिए ज़िला प्रशासन की ओर से सिटी स्टेशन पर एक शिविर लगाया गया है, जहां शौचालय, पीने के पानी के टैंक के साथ-साथ डॉक्टर और दवाइयों की व्यवस्था की गई है। दरगाह के रज़ाकार यहां दिन-रात जायरीन की खिदमत में जुटे हुए हैं।
सड़क मार्ग से आने वाले जायरीन की बसों का पड़ाव पुरानी पुलिस लाइन से दूल्हा मियां के मज़ार तक निर्धारित किया गया है। सिटी स्टेशन से लेकर दरगाह तक की सड़कें जायरीन से गुलज़ार हैं और रात-दिन अकीदतमंदों की आमद जारी है। दरगाह पर गुलपोशी और चादरपोशी के बाद जायरीन फातिहा पढ़कर मुल्क में अमन, खुशहाली और भाईचारे की दुआ कर रहे हैं।
इस दौरान दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुभानी मियां और सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) से मुलाकात कर दाख़िले सिलसिला हो रहा है। दुआ कराने के बाद जायरीन आगे के सफ़र के लिए रवाना हो रहे हैं। यह सिलसिला 24 दिसंबर तक जारी रहेगा, जबकि कुल शरीफ 27 दिसंबर को चंद्र दर्शन के अनुसार होने की उम्मीद है।
जायरीन की खिदमत में टीटीएस से जुड़े हाजी जावेद खान, शाहिद नूरी, मौलाना अबरार-उल-हक़, अजमल नूरी, परवेज़ नूरी, नासिर कुरैशी, मंज़ूर खान, ताहिर अल्वी, औरंगज़ेब नूरी, मुजाहिद रज़ा, शान रज़ा, तनवीर रज़ा, इरशाद रज़ा, इशरत नूरी, नईम नूरी, सैय्यद माजिद, शाद रज़ा, सैय्यद एजाज़, अब्दुल माजिद खान, यूनुस गद्दी, शरिक बरकाती, तारिक सईद, आदिल रज़ा, सबलू अल्वी, ज़ुहैब रज़ा, साकिब रज़ा, काशिफ सुभानी, अरबाज़ रज़ा, ग़याज़ रज़ा, सुहैल रज़ा, साजिद नूरी, अमान खान, आरिफ नूरी सहित बड़ी संख्या में रज़ाकार सक्रिय रूप से लगे हुए हैं।



