बरेली। संविधान दिवस पर समाजवादी पार्टी ने लोकतांत्रिक मूल्यों और सामाजिक न्याय की सुरक्षा को लेकर मजबूत संदेश दिया। सपा कार्यालय में आयोजित गोष्ठी में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन किया और संविधान की रक्षा का संकल्प लिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप ने कहा कि संविधान बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की दूर दृष्टि और देश के शोषित-वंचित वर्ग की आवाज है। आज संवैधानिक संस्थाओं पर दबाव, अभिव्यक्ति की आज़ादी पर रोक, विपक्ष को दबाने और आरक्षण को खत्म करने की साजिशें साफ दिखाई दे रही हैं। समाजवादी पार्टी ऐसे किसी भी प्रयास को स्वीकार नहीं करेगी और संविधान तथा लोकतंत्र की रक्षा के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष करती रहेगी।
महानगर अध्यक्ष शमीम खा सुल्तानी ने कहा कि संविधान ने हर नागरिक को समान अधिकार दिया है, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक और गरीब वर्ग के अधिकारों पर लगातार हमले हो रहे हैं। शिक्षा, नौकरियों और सरकारी सेवाओं में आरक्षण को कमजोर करने की कोशिशें संविधान पर सीधा प्रहार हैं। समाजवादी आंदोलन इन वर्गों की असली ढाल है और पार्टी यह लड़ाई पूरी ताकत के साथ लड़ती रहेगी।
सुरेंद्र सोनकर ने कहा कि देश की ताकत संविधान से है, किसी व्यक्ति या सत्ता से नहीं। जनता आज महंगाई, बेरोज़गारी, किसानों की समस्याओं और कानून व्यवस्था की दिक्कतों से जूझ रही है, जबकि सरकार धार्मिक ध्रुवीकरण और नफरत की राजनीति में जनता का ध्यान भटका रही है। समाजवादी पार्टी हर गांव, हर वर्ग और हर बूथ पर सामाजिक न्याय और संविधान की रक्षा की निर्णायक लड़ाई लड़ेगी।
कार्यक्रम में पूर्व महानगर अध्यक्ष कदीर अहमद, इंजीनियर अनीस अहमद , मोहित कश्यप, गजेंद्र कुर्मी, शरिक खान आदि लोग मौजूद रहे।




