बरेली । मीरगंज थाना क्षेत्र में अपराधियों की धरपकड़ हेतु चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंतर्गत पुलिस व एसओजी टीम को बड़ी सफलता प्राप्त हुई है। हाईवे किनारे परौरा मार्ग पर बंद पड़े ईंट भट्टे के पास छिपकर चोरी की योजना बना रहे अन्तर जनपदीय गिरोह के चार शातिर चोरों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया। इस दौरान एक अभियुक्त पुलिस की जवाबी कार्रवाई में घायल हुआ।
पुलिस को मुखबिर से मिली सूचना पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 18 अप्रैल की रात को बताई गई लोकेशन पर घेराबंदी की। पुलिस को देखकर अभियुक्तों ने गोलीबारी शुरू कर दी। आत्मरक्षा में पुलिस द्वारा की गई जवाबी फायरिंग में असरुद्दीन नामक अभियुक्त के दाहिने पैर में गोली लग गई। अन्य तीन अभियुक्तों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों में असरुद्दीन पुत्र नन्हे अंसारी ,रुखसत उर्फ बिहारी ,कादिर पुत्र चिराजुद्दीन , हरिओम पुत्र राम भरोसे है । जबकि 5 अपराधी अभी अभी फरार है।
पुलिस ने आरोपियों से ₹14,210/,चांदी (सिल्वर धातु) – वजनी 1.79 किलोग्राम,सोने के जेवर (गोल्डन धातु) – वजनी लगभग 20 ग्राम,
एक तमंचा 315 बोर, एक जिंदा कारतूस और एक खोखा कारतूस सहित एक काली रंग की Mahindra XUV-3X0 (बिना नंबर प्लेट),
दो मोबाइल फोन, को बरामद किया है।
पूर्व की घटनाओं से संबंध:
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में खुलासा किया कि उन्होंने लगभग 9 महीने पूर्व ग्राम सिंधौली में एक सुनार की दुकान से सोने-चांदी के जेवर व नकदी की बड़ी चोरी की थी। उस चोरी में इनके साथ अन्य साथी – निसार, चिरागउद्दीन, रियाजउद्दीन उर्फ भूरा, दिलशाद – भी शामिल थे। चोरी का अधिकांश माल पशुपति विहार स्थित हमजा ज्वैलर्स (मुकीम सुनार) को बेचा गया था।
गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध थाना मीरगंज में मु.अ.सं. 175/25 धारा 109(1)/317(2) बीएनएस एवं 3/25/27 आर्म्स एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। इसके अतिरिक्त सिंधौली चोरी के केस में मु.अ.सं. 375/24 धारा 331(4)/305/317(2) बीएनएस के तहत भी कार्यवाही की जा रही है।
