दुनिया में मंकीपॉक्स के मुद्दे
पहले अमेरिका में मास्क पहनने का ऐलान किया गया था
इस रोग से निपटने के लिए पहले अमेरिका में मास्क पहनने का ऐलान किया गया था। मगर अमेरिका के सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल के मंकीपॉक्स को लेकर अपनी पिछली घोषणा से पलटना पड़ा। इसके बाद कन्फ्यूजन प्रारम्भ हो गया। सेंटर ने प्रारम्भ में मास्क पहनने की राय दी थी, मगर बाद में उस राय को रद्द कर दिया गया। कोविड-19 महामारी फैलने के शुरुआती चरणों में भी सेंटर की तरफ से कुछ ऐसा ही किया गया।
इस दौरान ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों को लेकर इसे गौरतलब संक्रामक रोग करार दिया। UKHSA में मंकीपॉक्स मामलों में निदेशक वेंडी शेफर्ड ने एक ब्रिटिश मेडिकल जर्नल से बोला कि मंकीपॉक्स को आगे फैलने से रोकना है तो इसका तेजी से उपचार करना बहुत महत्वपूर्ण है। संदिग्ध रोगियों की सूचना देकर उन्हें आइसोलेट किया जाना चाहिए। मंकीपॉक्स को संक्रामक रोग की श्रेणी में डालकर, इसकी पहचान, उपचार और रोकथाम में तेजी आएगी।
गर्भवती स्त्रियों को खतरा?
ऐसे प्रश्न सामने आए हैं कि क्या मंकीपॉक्स रोग गर्भवती स्त्रियों और कोख में पल रहे बच्चों को भी प्रभावित करता है। इसे लेकर कांगों में हुए एक अध्ययन का हवाला दिया जा रहा है। तब मंकीपॉक्स प्रभावित 216 स्त्रियों पर अध्ययन किया गया था, इसमें हर 5 में 4 स्त्रियों को मिसकैरिज हो गया था। उनके अजन्मे बच्चों की जांच में वायरस और उसके अंश मिले थे।
