उत्तर प्रदेश की बरेली पुलिस ने एसएसपी बनकर छात्रा के साथ 10 हजार रूपए की ठगी करने के आरोप में एक ठग को गिरफ्तार किया है | बताया जा रहा है कि फर्जी एसएसपी ने छात्रा को पुलिस विभाग में दरोगा की नौकरी दिलाने को कहा और उसने अपने अकॉउंट में छात्रा से 10 हजार रूपए भी डलवा लिए | जब छात्रा को शक हुआ तो उसने पूरी बात अपने भाई को बताई | भाई के कहने पर छात्रा में फर्जी एसएसपी को बरेली बुलाया और पुलिस के हवाले कर दिया |
आरोपी ने कोचिंग के व्हाट्सएप ग्रुप से छात्रा का लिया था मोबाइल नंबर
थाना इज्जतनगर के करमपुर चौधरी में रहने छात्रा के भाई भीम भास्कर ने बताया कि उसकी बहन विशाखा पीसीएस की ऑनलाइन क्लास करती है | पढ़ाई के दौरान कोचिंग के बने एक व्हाट्सएप ग्रुप से उसका नंबर आरोपी तक पहुंच गया और वही से आगरा के बाह थाना क्षेत्र के विक्रमपुर के रहने वाले राजतिलक पुत्र सालिग्राम ने उसकी बहन विशाखा को फोन किया | शुरू में पढ़ाई लिखाई को लेकर बात की बाद में युवक राजतिलक ने खुद को जालौन का एसएसपी बताते हुए दोनों बहनों को दरोगा की नौकरी दिलाने का लालच दिया और कुछ रकम खर्च करने की बात कही |
कोतवाली क्षेत्र से पकड़ा गया ठग
भीम भास्कर ने पूरे मामले को समझते हुए राजतिलक को मिलने के बहाने से बरेली बुलाया | राजतिलक पुलिस की ड्रेस में बरेली पहुंचा इसके बाद वह पकडे जाने के डर से भागने लगा | जिसे लोगो ने रोडवेज बस अड्डे के पास से पकड़ लिया और कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया |
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा
एसपी सिटी रविंद्र कुमार ने बताया कि वादी भीम भास्कर ने कोतवाली में एक तहरीर दी , जिसमें उन्होंने बताया कि उसकी बहन ऑनलाइन माध्यम से पीसीएस की तैयारी कर रही है | पीसीएस की कोचिंग के दौरान एक शख्स की उसके बहन पर व्हाट्सएप्प कॉल आई , जिसमें उसने बताया कि वह एक जिले में एसएसपी है और वह यूपी पुलिस में एसआई की नौकरी दिला सकता है | इस बात पर वह व्यक्ति जब इज्जतनगर क्षेत्र में पैसा लेने आया , तो वादी के परिवार के लोगो को शक हुआ कि यह व्यक्ति पुलिस विभाग से नहीं है | जब परिवार के लोगों ने पूछताछ शुरू की तो वह खुद को फंसा देख वहां से भागने, जब उसका पीछा किया गया तो उसे कोतवाली क्षेत्र में पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया | पुलिस ने आरोपी खिलाफ धारा 171/ 419 IPC के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है |
