बरेली ।
घटना के बाद पूरे देश में शोक और आक्रोश का माहौल बन गया है। राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने एक सुर में इस हमले की तीव्र निंदा की है। देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
बरेली में संगठनों ने जताया विरोध
उत्तर प्रदेश के बरेली में राष्ट्र जागरण युवा संगठन, नाथ नगरी सुरक्षा समूह और अन्य हिंदू संगठनों ने संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आतंकवाद के खिलाफ नारे लगाए और आतंकवाद का पुतला दहन किया।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि यह हमला केवल आतंकवाद नहीं, बल्कि मजहबी नफरत से प्रेरित सांप्रदायिक नरसंहार था। चश्मदीदों के अनुसार, आतंकियों ने हमले से पहले लोगों की धार्मिक पहचान पूछी और उसके आधार पर निशाना बनाया।
प्रधानमंत्री को खून से लिखा पत्र
प्रदर्शन के दौरान एक भावुक क्षण तब सामने आया जब कार्यकर्ताओं ने अपने खून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। इस पत्र में उन्होंने आतंकियों को करारा जवाब देने और आतंकवाद का समूल नाश करने की मांग की।
केंद्र सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग
प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार से अपील की कि वह इस हमले के दोषियों के खिलाफ शीघ्र और कठोर कार्रवाई करे। इसके साथ ही सीमापार से हो रही आतंकी घुसपैठ पर निर्णायक कार्रवाई और देश की सुरक्षा व्यवस्था को और मज़बूत करने की मांग भी उठाई गई।
