Israel Syria Tension:
सीरिया का दावा, इजराइल के कई मिसाइल मारे
टेलीविजन पर प्रसारित समाचार में एक अज्ञात सैन्य अधिकारी के हवाले से बोला गया कि इजराइल के युद्धक विमानों ने सोमवार देर रात सीरिया में इजराइली कब्जे वाले गोलान हाइट्स पर उड़ान भरते समय कई मिसाइलें दागीं। इस दौरान सीरियाई वायु रक्षकों ने अधिकतर मिसाइलों को मार गिराया। वहीं, इजराइल की ओर से सीरिया के हमले के आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
मई में किया था इजराइल ने हमला
सीरिया के सरकारी मीडिया के अनुसार, इजराइली मिसाइलों ने 13 मई को मध्य सीरिया को निशाना बनाया था, जिसमें 1 आम नागरिक सहित 5 लोगों की मृत्यु हो गई थी। इस हमले से क्षेत्र के खेतों में आग भी लग गई थी। सीरिया गवर्नमेंट का बोलना है कि इजराइल ने पिछले कुछ सालों में सीरिया में सैकड़ों हमले किए हैं लेकिन उसने शायद ही कभी इस तरह के अभियानों को स्वीकारा है या इन पर चर्चा की है। दूसरी ओर इजराइल का बोलना है कि वह ईरान को नहीं, बल्कि उससे संबद्ध मिलिशिया के ठिकानों को निशाना बनाता है।
दोनों राष्ट्रों में टकराव की ये है वजह
एक अहम प्रश्न जिसका उत्तर हर कोई जानना चाहता है, वो ये है कि आखिर इजराइल और सीरिया के बीच ऐसा क्या टकराव है जिस वजह से दोनों राष्ट्र आमने-सामने रहते हैं। यहां आपको बता दें कि दोनों ही राष्ट्रों के बीच काफी पुराना टकराव है। यह टकराव गोलान हाइट्स क्षेत्र को लेकर है। यह गोलान पहाड़ी के नाम से भी फेमस है। इस क्षेत्र पर कभी सीरिया का अतिक्रमण था। 1967 में अरब राष्ट्रों के साथ हुए युद्ध के बाद इजराइल ने इस एरिया को अतिक्रमण लिया। वर्तमान में इजराइल यहां करीब 317 मिलियन $ खर्च कर रहा है। इसी क्षेत्र को लेकर दोनों राष्ट्र आमने सामने रहते हैं।
गोलान पर इतना जोर क्यों
गोलान को इजराइल इसलिए अपने पास रखना चाहता है क्योंकि यहां से सीरिया की राजधानी दमिश्क केवल 60 किमी दूर है। गोलान की ऊंची पहाड़ियों से दमिश्क को आराम से देखा जा सकता है। इसके अतिरिक्त यह एरिया फसल के लिहाज से भी समापन है।
