बरेली के थाना इज्जतनगर पुलिस ने एक हजार रुपये में फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और आयुष्मान कार्ड बनाने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपी गांव खजुरिया निवासी सुमित है। पुलिस को उसके पास कई तरह के फर्जी दस्तावेज मिले हैं। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
इज्जतनगर थाना प्रभारी बिजेन्द्र सिंह ने बताया कि पुलिस टीम को जानकारी मिली कि गांव खजुरिया घाट स्थित साइबर कैफे पर दुकान का आधा शटर गिराकर फर्जी कागजात बनाए जा रहे हैं। पुलिस ने तुरंत छापेमारी करते हुए आरोपी सुमित को गिरफ्तार कर लिया, जबकि, उसका एक साथी मौके से भागने में सफल रहा। पुलिस टीम ने मौके से एक कम्प्यूटर, एक प्रिन्टर, एक सीपीयू, एक लैमिनेशन मशीन, तीन मोहरें, आठ आयुष्मान कार्ड, 32 सिम कार्ड, तीन फिंगर प्रिंट डिवाइस, दो जेम स्केनर, 26 आधार कार्ड, दो पेन कार्ड, एक पीएम सीएचसी कार्ड, एक ड्राइविंग लाइसेंस, नौ आयुष्मान कार्ड और 19820 रुपये बरामद किए हैं।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह यह काम लंबे समय से कर रहा है। वह ऑनलाइन साइट प्रिंटिंग सर्च की मदद से फर्जी आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, प्रधान मंत्री जन आरोग्य नियोजना कार्ड, ई- श्रम कार्ड बनाता था। वह फर्जी कागजातों के सहारे सिम खरीदकर बिना किसी कागजात के मोटे रुपये लेकर लोगों को बेचता था। पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है।
पहले भी पकड़े जा चुके हैं फर्जी आधार बनाने बनाने वाले
केंद्र सरकार ने हर जगह आधार कार्ड जरूरी कर दिया है। मगर फर्जी आधार कार्ड, पैन और आयुष्मान कार्ड बनाए जाने का सिलसिला नहीं थम रहा है। इससे पहले सीबीगंज पुलिस ने भाजपा के एक नेता को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। वह भी फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और आयुष्मान कार्ड आदि कागजात फर्जी बनाता था। इससे पहले भी कई जालसाज पकड़े जा चुके हैं।
