बहेड़ी में पिछले 35 वर्षों से चली आ रही परंपरा के तहत उर्स-ए-शाह जी के मौके पर निकलने वाला जुलूस-ए-परचम कुशाई इस बार भी पूरे धार्मिक उत्साह और शांति के साथ संपन्न हुआ। जुलूस में सैकड़ों लोग शामिल हुए और शांति व भाईचारे का संदेश दिया।
जुलूस-ए-परचम कुशाई हिंदू-मुस्लिम एकता का अनूठा प्रतीक बना हुआ है। परंपरागत रास्तों से गुजरता यह जुलूस आपसी सौहार्द और एकता की मिसाल पेश करता है।खास बात यह है कि पिछले 35 वर्षों में इस जुलूस के दौरान कभी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई, जो इसकी शांतिपूर्ण प्रकृति और सामुदायिक एकजुटता को दर्शाता है।
जुलूस के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पुलिस प्रशासन और आयोजकों के सहयोग से कार्यक्रम निर्विघ्न संपन्न हुआ।इस अवसर पर विभिन्न समुदायों के लोगों ने एक-दूसरे के साथ मिलकर उत्सव की खुशी साझा की, जो बहेड़ी की सांस्कृतिक और सामाजिक एकता को और मजबूत करता है।
