बरेली । शुक्रवार दोपहर को अचानक एसएसपी दफ्तर में महिला अधिवक्ता के आत्मदाह के प्रयास से हड़कंप मच गया। महिला अधिवक्ता ने जैसे डीजल डालकर आत्महत्या का प्रयास का किया बैसे ही एसएसपी दफ्तर में मुस्तैद पुलिस के जवानों ने महिला अधिवक्ता को अपने कब्जे में ले लिया । बताया यह भी जाता है कि महिला अधिवक्ता अपनी जेब से अगर माचिस को निकाल पाती तो आज की घटना बड़ी घटना में बदल सकती थी। हालांकि घटना के वक्त एसएसपी अपने दफ्तर में नहीं थे उनकी गैर मौजूदगी में एसपी क्राइम जन सुनवाई कर रहे थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी दफ्तर से कोतवाली पुलिस को दफ्तर बुला गया और कोतवाली पुलिस को महिला अधिवक्ता को सुपर्द कर दिया।
महिला अधिवक्ता ने यह की थी शिकायत
मीरगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली महिला अधिवक्ता ने बताया कि वह एक अधिवक्ता है। वह गरीब परिवार से है। प्रार्थिनी के पिता भी नहीं हैं। प्रार्थिनी अपनी खेती बाड़ी व कचहरी बरेली में बैठकर अपना भरण पोषण करती है। प्रार्थिनी रोज अपने ग्राम में अपने खेत से अपनी भैसों के लिए चारा लेने के लिए जाती है। रास्ते में किराना की दुकान है। वहाँ पर गुण्डे, हेकड़ व दबंग लोग बैठते हैं और आते जाते महिलाओं को गलत नजर से देखते हैं। ग्राम का बब्बू, हसनैन उर्फ नन्हें लूला पुत्रगण बुलकिया यह लोग आवारा प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं । दुकान पर बैठकर गुण्डा गर्दी करते है और करवाते हैं। वह चाहती है कि रास्ते मे पड़ने वाली किराना दुकान को बंद किया जाए। वही महिला अधिवक्ता ने साजिद, युसुफ पुत्रगण इकबाल, राशिद, आसिम, कासिम पुत्रगण हामिद, इकबाल पुत्र इनायत पर थाना मीरगंज पर प्रार्थिनी अधिवक्ता को आते जाते घूसते रहते हैं तथा मजमा लगाकर बैठ जाते हैं। वही 24 अगस्त को समय लगभग 6 बजे प्रार्थिनी व प्रार्थिनी की बहन अपनी माता के साथ चारा ला रही थी तभी आरोपियों ने प्रार्थिनी को रास्ते में घेर लिया और प्रार्थिनी व प्रार्थिनी की बहन के साथ छेड़छाड करने लगे तथा मारपीट करने लगे और बाल पकड़कर जमीन में गिरा लिया। प्रार्थिनी चीखी चिल्लाई वहुत सारे लोग इक्ट्ठा हो गये तो आरोपी लोग से मारने की छेड़छाड़ करने व रास्ता रोकने व बलात्कार कर तेजाब डालकर जान से मारने की धमकी देकर चले गये।