उमेश पाल हत्याकांड की साजिश बरेली जेल में रचने की संभावना
बरेली। उमेश पाल कांड के तार अब बरेली से जुड़ सकते है। पुलिस ने जिला जेल में बंद माफिया अतीक के भाई अशरफ को जेल में सुख सुविधाएं देने के आरोप में एक सिपाही सहित एक कैंटीन सप्लायर को गिरफ्तार किया है। दोनों की गिरफ्तारी के बाद इस बात की संभावना है कि दोनों ने आर्थिक लाभ के मकसद से इस काम को किया है।
संभावना इस बात की भी जताई जा रही है , अशरफ अपने गुर्गों के साथ जेल में बैठ कर हत्या की साजिश रचने के साथ अवैध वसूली का धंधा चला रहा होगा । बरेली पुलिस ने फाइक लॉन से मिली एक शिकायत पर मामले को दर्ज कर लिया है। जानकारी के मुताबिक फ़हम लॉन में एक व्यक्ति के घर पर अशरफ का नजदीकी मुश्ताक के नाम से सद्दाम अपने नौकर सद्दाम के रह रहा था। इस बात का शक होने पर जब सद्दाम से मकान के केयर टेकर ने बात की तो उसे देख लेने की धमकी दी गई।
एसएसपी अखिलेश चौरसिया ने बताया कि इस घटना के संबंध थाना बारादरी में धारा 420, 468, 504, 506, में मुकदमा दर्ज किया गया है । बाद में एक अन्य मुकदमे में धारा 494, 380 में एक मुकदमा दर्ज किया गया। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित की गई है।
वही एसएसपी मीडिया सेल से मिली जानकारी के मुताबिक थाना बिथरीचैनपुर बरेली पुलिस व SOG बरेली एवं सर्विलांस सेल बरेली की संयुक्त टीम ने जिला जेल बरेली में कैदी अशरफ से उसके सगे सम्बन्धियो को बिना पर्ची के जेल आरक्षी शिवहरि अवस्थी द्वारा नियत स्थान के अलावा अन्य स्थान पर मिलवाकर वार्ता करना एवं कैंटीन सप्लायर नन्हे उर्फ दयाराम ( जो जेल के अन्दर सब्जियां आदि लेकर जाता था )के द्वारा अशरफ के लिये खाने पीने आदि सामान देने मे शामिल जिला जेल आरक्षी शिवहरि अवस्थी व नन्हे उर्फ दयाराम को किया गया गिरफ्तार किया गया है । उनके कब्जे से पुलिस को 02 मोबाईल फोन व 3920 रु0 नकद बरामद बरामद किए है।