शीशगढ़।ढकिया डैम के पास कुल्ली नदी पर कुल्ली रेगुलेटर बना है।यह क्षेत्र में ढकिया डैम के नाम से जाना जाता है।कुल्ली रेगुलेटर वर्षों से क्षतिग्रस्त है।रुहेलखण्ड नहर खण्ड बरेली के अधिशाषी अभियंता ने रेगुलेटर के पुल पर उसके क्षतिग्रस्त होने की सूचना अंकित करा दी थी।इसके बावजूद लोग रेगुलेटर के पुल पर बनी सड़क से निकलते थे ।पुल के बीम और सड़क में दरारे पड़ गईं थी।सुरक्षा के मद्देनजर गत माह एसडीओ ने पुल के दोनों ओर सड़क पर दीवारे चुनवा कर आवागमन बन्द कर दिया है।
अंग्रेजी शासन काल में बना था डैम
ढकिया गाँव के पास कुल्ली नदी पर रेगुलेटर अंग्रेजी शासन में बना था।रेगुलेटर में तीन फाटको का डैम बना है। डैम के बीम में वर्षों पहले दरार आ गईं।समय के साथ दरारे बढ़ती जा रही थी ।फाटके बुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं।डैम और पुल के निर्माण से क्षेत्र के दर्जनों गाँवो के किसानों और राहगीरों फसल सिंचाई और आवागमन का लाभ होगा।
डैम पर आवागमन बन्द होने से क्षेत्र के सीहोर,सहोड़ा,जोखन पुर,बसई,दोंद आलम पुर परचई,संग्रामपुर सहित दर्जनों गाँवो के ग्रामीण ढकिया डैम से नगरिया कला होकर ब्लाक मुख्यालय शेरगढ़ जाते थे ।कुल्ली रेगुलेटर पर आवागमन बन्द होने से ग्रामीणो को अब धर्मपुरा बसई घाट पर बने पुल से होकर शेरगढ़ जाना पड़ता है ।ग्रामीणो ने बताया कि उन्हें ब्लॉक जाने के लिए 15 किलोमीटर ज्यादा दूरी तय करनी पड़ रही है ।