बरेली । प्रभाकर चौधरी का ट्रांसफर सोशल मीडिया के साथ तमाम टीवी चैनलों पर इनदिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। लेकिन इस बीच योगी सरकार के कद्दावर मंत्री धर्मपाल सिंह ने एसएसपी प्रभाकर चौधरी पर बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि प्रभाकर चौधरी एक ईमानदार अफसर है। वह खुद ही अपनी इच्छा से बरेली से ट्रांसफर लेकर गए है। हालांकि एसएसपी प्रभाकर चौधरी के पिता ने एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए कहा था कि उनके बेटे का कई बार ट्रांसफर किया गया है। वह भाजपा से खुद जुड़े रहे है। अब वह भाजपा को हराने का काम करेंगे।
जोगी नवादा की घटना ट्रांसफर बनी बहाना !
जोगी नवादा में चौथे सोमवार के दिन कांवड़िये और विशेष समुदाय परंपरागत रुट को लेकर सामने आ गए थे और क्षेत्र में तनाव भी फैल गया था और शहर में कुछ भी हो सकता था । तब एसएसपी प्रभाकर ने अपनी समझ दिखाते हुए खुराफाती कांवड़ियों पर लाठीचार्ज करा दिया था इसके बाद आधे ही घंटे में हालात कंट्रोल हो गए थे।

गाय का खर्चा भी प्रभाकर खुद ही उठाते थे,
प्रभाकर चौधरी बरेली से लखनऊ जा चुके है पर उनके ईमानदारी के चर्चे भी खूब हो रहे है। एक अधिकारी ने खुलासा करते हुए बताया था कि एसएसपी साहब अपने निवास पर पल रहे गाय माता का खर्च खुद ही उठाते थे ।
बरेली के पत्रकारों से एसएसपी प्रभाकर की रही दूरी,
बरेली की मीडिया की पूरे यूपी में तारीफ होती है , कुछ मामलों को छोड़कर , यहां कई एसएसपी आये जो बेहद सख्त हुआ करते थे पर कुछ दिनों में बरेली मीडिया के मुरीद हो गए , जब भी प्रशासन को मीडिया के सहयोग की जरूरत पड़ी तो मीडिया का सहयोग अधिकारी को मिला। एसएसपी प्रभाकर इस मामले में अलग रहे उनके कार्यकाल में मीडिया कर्मियों का आना जाना केवल 40 प्रतिशत रह गया था।