आंवला। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के आंवला स्थित इफको प्लांट में एक महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत होने जा रही है। शुक्रवार को केबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में 5,000 गौवंशों की क्षमता वाली वृहद गौशाला के निर्माण पर विस्तृत चर्चा की गई।
7इस गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक विशेष मॉडल विकसित किया जाएगा। गौशाला को प्राकृतिक खेती, गौमूत्र और गोबर से बने उत्पादों से जोड़ा जाएगा। गाय के गोबर से पूजा सामग्री जैसे धूप, अगरबत्ती, दीपक के साथ-साथ घड़ी, फूलदान, पेन स्टैंड जैसे घरेलू सजावटी सामान भी बनाए जाएंगे। गौमूत्र का उपयोग बायो फर्टिलाइजर और वर्मी कंपोस्ट के उत्पादन में किया जाएगा।
यह पहल न केवल गौवंश के संरक्षण में मददगार होगी, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगी। पशुपालन विभाग को गौशाला संचालन के लिए प्राथमिकता के आधार पर एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
बैठक में विभाग के विशेष सचिव देवेंद्र पाण्डे, इफको के सीनियर जनरल मैनेजर, पशुपालन निदेशक डॉ. जयकेश पाण्डे, अपर निदेशक संगीता तिवारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, एडीएम राजस्व बरेली, एसडीएम आंवला और क्षेत्राधिकारी आंवला सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।