- पीएम मोदी ने भी दीपमाला के काम की भी थी तारीफ,
- आमिर खान के साथ एक कार्यक्रम में जज की निभा चुकी है भूमिका दीपमाला ,
- दीपमाला 600 सदस्यों की टीम के साथ दिव्यांग बच्चों के जीवन को बना रही आसान ,
- आरटीई के तहत जिले में 700 से अधिक बच्चों का करा चुकी है एडमिशन ,
भीम मनोहर ,
बरेली। आमिर खान की फिल्म तारे जमीन में कुछ वर्ष पहले स्पेशल बच्चों की परेशानियों को दिखाया था , इसके बाद सरकार और समाजसेवियों ने स्पेशल बच्चों के लिए अपनी मुहिम और तेज कर दी । देश प्रदेश में कायाकल्प के साथ अन्य योजना लाकर स्पेशल बच्चों की सुविधाओं में और इजाफा किया गया। तो समाजसेवियों ने स्पेशल बच्चों के हक़ में कॉउंसलिंग के साथ सरकारी योजनाओं को जरूरतमंदों तक पहुंचाने की कोशिशों को और तेज कर दिया। बरेली में दिव्यांग बच्चों के लिए आवाज बनी सुरेश शर्मा नगर में रहने वाली एवं भुता ब्लॉक के डभौरा गंगापुर की प्राइमरी टीचर दीपमाला पांडेय ने 2016 से लगातार स्पेशल बच्चों के लिए काम कर रही है। वह स्पेशल बच्चों के माता पिताओं की ऑनलाइन -ऑफलाइन अपनी टीम के साथ कॉउंसलिंग करने के साथ सरकारी योजनाओं के बारे में अवेर्नेस का भी काम करती है।
दीपमाला पांडेय ने संवाददाता भीम मनोहर से बातचीत में बताया कि वह स्पेशल बच्चों के लिए पिछले कई सालों से समाजसेवा के क्षेत्र में है। उन्होंने अपने और सरकारी प्रयासों से दिव्यांग बच्चों के लिए व्हीलचेयर , ट्राई साइकिल,कैलीपर्स, इयररिंग मशीन दिलाने में भी मदद की है। साथ ही निजी क्षेत्र में भी हियरिंग एड,कॉक्लियर इंप्लांट के साथ नई तकनीक के बारे में समाज को जागरूक करने का भी काम किया है। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी करीब 700 लोगों की टीम में डॉक्टर ,समाजसेवी, स्टूडेंट मिलकर दिव्यांगों के कल्याण के लिए काम करते है। उनके सामाजिक काम को देखते हुए लखनऊ में महामहिम आनंदीबेन ने भी सम्मानित भी कर चुकी है। उन्होंने जानकारी देते हुए यह भी बताया कि जिले में 7 हजार स्पेशल बच्चे है। और उनके स्कूल में भी चार बच्चे हुआ करते थे , जिसमें से एक बच्चे का एडमिशन नवोदय में हो चुके है। दो उनके स्कूल में है। उन्होंने खासतौर से स्पेशल बच्चों की जरूरत को देखते हुए ब्रेल लिपि के साथ संकेत भाषा को भी सीखा है।
उन्होंने स्पेशल बच्चों के माता पिता को जानकारी देने की मदद से फेसबुक पेज भी बनाया है। जहां से स्पेशल बच्चों के माता पिता उनसे सम्बंधित जानकारी ले सकते है। दीपमाला पांडेय ने यह भी बताया कि उनके जीवन में 26 नवंबर 2021 को उस दिन बड़ा दिन तब आया जब पीएम मोदी ने अपने कार्यक्रम मन की बात ने उनके कार्यो की तारीफ की। उन्होंने स्पेशल बच्चों के संबंध में टीचरों को ट्रैनेड करने के लिए ट्रेनिंग मॉड्यूल भी तैयार किया और सरकार को भी अपने सुझाव दिए। दीपमाला पांडेय ने भी कहा उनके पति नीतेश पांडेय का भी विशेष योगदान भी रहता है वह भी समय समय भी उन्हें अपना मार्गदर्शन देते रहते है। वह अभी तक आरटीई के तहत 700 से अधिक बच्चों के एडमिशन कराने में सफल रही है।