बरेली। आंवला थाना क्षेत्र के सर्राफा व्यापारी श्रीकांत मोहिते मराठा की डकैतों की गोली लगने से घायल हुए व्यापारी की 24 सितंबर की रात इलाज के दौरान मौत हो गई थी। तभी से व्यापारियों ने आंवला इंस्पेक्टर पर घटना में लापरवाही का आरोप लगाते हुए मोर्चा खोल दिया था । व्यापारियों का आरोप था कि घटना के खुलासे के लिए इंस्पेक्टर ने कोई प्रयास नहीं किये , और घटना के कई दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है।
24 सितंबर को व्यापारी श्रीकांत मोहिते की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत होने के बाद व्यापारियों को और ज्यादा नाराजगी से भर दिया था इसके बाद व्यापारियों ने बाजार बंद कर अपना विरोध शुरू कर लिया। मामला बढ़ता देख उत्तर प्रदेश सरकार के पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने घटना के संबंध में एसएसपी से बात कर व्यापारियों को जल्द खुलासे का आश्वासन दिया इसके बाद व्यापारियों ने बाजार बंद करने का फैसला टाल दिया था। । वहीं एसएसपी ने व्यापारियों का आंवला इंस्पेक्टर सिद्धार्थ सिंह तोमर के प्रति रोष देखते हुए इंस्पेक्टर को आंवला से मीरगंज को ट्रांसफर कर दिया। अब मीरगंज इंस्पेक्टर कुंवर बहादुर सिंह पर आंवला में व्यापारी श्रीकांत की हत्या के खुलासे की जिम्मेदारी रहेगी।