भगवान स्वरूप राठौर
शीशगढ़। नगर पंचायत शीशगढ़ के मोहल्ला अंसार नगर में जल निगम के ठेकेदार के द्वारा बनाई जा रही पानी की टंकी पर आज भी बिना बॉडी सेफ्टी प्रोटेक्टर के दर्जनों मजदूर अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं। लेकिन ठेकेदार को इसकी कोई परवाह नहीं है।नगर पंचायत शीशगढ़ के मोहल्ला अंसार नगर में उत्तर प्रदेश जल निगम (नगरीय) बरेली पुनर्गठन पेयजल योजना के अंतर्गत लगभग 18 करोड़ रुपये की लागत से 2000 किलोलीटर का ओवर हेड टैंक का निर्माण ठेकेदार के द्वारा कराया जा रहा है। जो लगभग बनने के कगार पर है। जिसमे 1 दर्जन से अधिक मजदूर कार्यरत हैं। लेकिन इन मजदूरों की सुरक्षा को लेकर ठेकेदार के द्वारा अब तक कोई इंतजाम नहीं किया गया था। इन सभी मजदूरों की सुरक्षा के लिए न तो बॉडी सेफ्टी का कोई इंतजाम नहीं है।जिससे यह मजदूर अपनी जान जोखिम में डालकर काम करने को मजबूर है।
लेकिन ठेकेदार पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है।हां इतना फर्क जरूर तब पड़ा कि ज़ब गुरुवार को मीरगंज के गांव मनकरी में निर्माणाधीन टंकी से गिरकर हुई मजदूर की मौत के बाद शुक्रवार को ठेकेदार की नींद खुली। जिसके बाद शुक्रवार की दोपहर 12 बजे टंकी के ऊपर सुरक्षा कवच लगवा दिया। सुरक्षा कवच तो लगवा दिया लेकिन मजदूर अभी भी बिना हेलमिट सहित बॉडी सेफ्टी के बिना ही काम कर रहे है। सुरक्षा कवच भी नीचे लगा है जबकि मजदूर ऊपर काम कर रहे हैं। अब वह सुरक्षा कवच मात्र दिखावा के लिए छोड़ दिया गया है। निर्माणाधीन टंकी पर मजदूर काम करते साफ दिख रहे हैं और सुरक्षा कवच काफी नीचे लगा है।ठेकेदार की गैर मौजूदगी में मौक़े पर मौजूद सुपवाइजर मनोज कुमार से इस बाबत बात की तो उसनें कुछ भी बात करने से इनकार कर दिया। अगर टंकी पर सुरक्षा कवच ठीक से नहीं लगाया गया तो यहां भी कोई बड़ी घटना होने का पूरा खतरा बना हुआ है।