बरेली। हाफिजगंज थाना क्षेत्र में गुरुवार रात को बरात चढ़ाते समय बैंड की ट्राली पास से गुजर रही हाईटेंशन की लाइन की चपेट में आ गई , जिससे दो किशोरों के झुलसने से इलाज के दौरान मौत हो गई , जबकि घटना में 3 अन्य लोग झुलस गए । घायलों का नवाबगंज सहित बरेली के जिला अस्पताल में भर्ती होने की सूचना है।
गुरुवार को हाफिजगंज थाना क्षेत्र के गांव धमीपुर में रामपाल की बेटी की बरात इज्जत नगर थाना क्षेत्र से आई थी। रात 11 बजे के करीब सभी बराती नाचते हुए लड़की वाले के घर की ओर बढ़ रहे थे , तभी रास्ते मे एक कार आ गई जिसे पास देने के दौरान बैंड की ट्राली हाईटेंशन लाइन से छू गई और ट्राली में करंट दौड़ गया। ट्राली के साथ गमले वाली लाइट लेकर चल रहे सचिन नाम के दो किशोर बिजली का करंट लगने के साथ अन्य 3 लोग भी झुलस गए। सभी को सीएचसी नवाबगंज इलाज के लिए ले जाया गया , जहां डॉक्टरों ने दो किशोरों को मृत घोषित कर दिया बाद में अन्य घायलों को नाजुक हालत होने के चलते डॉक्टरों ने निजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
किशोरावस्था में परिवार के पालने की उठा ली जिम्मेदारी
नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव औरंगाबाद के रहने सचिन( 12)पुत्र प्रेमशंकर, और दूसरे सचिन (15)ने अपने परिवार की जिम्मेदारी अपने कंधों पर संभाल रखी थी। दोनों की हादसे की खबर मिलने के बाद कोहराम मच गया। परिजन अपने बच्चों की मौत पर विश्वास नहीं कर पा रहे थे और कह रहे थे उनका बेटा तो बरात में लाइट लेकर घर वापस आने की बात कहकर गया है।
बाल श्रम के मामलों पर नहीं लग पाई है रोक
बरेली जिले में बालश्रम पर आज भी प्रभावी तरीके से कंट्रोल नहीं हो सका है। आज भी शहर की दुकानों पर छोटू ग्राहक आया है यह सामान उठा ला , यह आवाज आज भी सुनाई देती है।
जानिए बाल श्रम क्या होता है-
व्यावसायिक उद्देश्य से किए जा रहे किसी कार्य के लिए 14 साल से कम उम्र के बच्चे को नियुक्त किया जाता है तो वह बाल श्रम कहलाता है। इसे भारत में गैर कानूनी करार दिया गया है। भारत के संविधान में मूल अधिकारों के अनुच्छेद 24 के तहत भारत में बाल श्रम पर पाबंदी लगाई गई है।