बरेली। उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर दिनेश जौहरी की अचानक तबियत बिगड़ने से आज सुबह 8 बजे अचानक तबियत बिगड़ने से निधन हो गया। परिवार के एक नजदीकी से मिली जानकारी के मुताबिक आज सुबह दिनेश जौहरी जी टीवी देखते हुए रस वाला बिस्कुट खा रहे थे इसी दौरान बिस्कुट गले में फंस गया जिसके चलते उनकी तबियत खराब हो गई। और यह घटना हो गई।अक्कू सक्सेना ने बताया कि दिनेश जौहरी के बेटे राहुल जौहरी को घटना की जानकारी दे दी गई है । उनके दोपहर 2 बजे तक बरेली पहुंचने की उम्मीद है।
बरेली के वरिष्ठ पत्रकार एवं नेता पवन सक्सेना ने दिनेश जौहरी की निधन से जुड़ी एफवी पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि आज की सुबह एक दुखद समाचार लेकर आयी। लगभग दो दशक से भी ज्यादा वक्त तक बरेली और प्रदेश की राजनीति को प्रभावित करने वाले हम सभी के आदरणीय ड़ा. दिनेश जौहरी जी हमारे बीच नहीं रहे। अपने वक्त के एक सफल डाक्टर, राजनीति में प्रगति के शिखर तक पहुंच कर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रहे व एक वक्त में मुख्यमंत्री तक के पद के स्वाभाविक उम्मीदवार मान लिए गए ड़ा.जौहरी का राजनीतिक जीवन उतार चढ़ाव से भरा रहा। बेहद मिलनसार व्यक्तित्व वाले आदरणीय ड़ा. जौहरी जी सदैव स्मृतियों में जीवंत रहेंगे।आदरणीय भाभी प्रभा जौहरी जी, भाई राहुल जौहरी जी व पूरे परिवार को ईश्वर इस अपार दुखद को सहने का साहस प्रदान करे।
वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र कुमार अटल रमेश गौतम ने दिनेश जौहरी के निधन की खबर पर कहा कि बरेली के एक जनप्रिय भाजपा नेता रहे डॉक्टर दिनेश जौहरी के निधन के समाचार से बहुत उन्हें दुख पहुंचा है । ईश्वर से प्रार्थना है दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान देकर परिवार जनों को असीम दुख शहर करने की शक्ति प्रदान करें ।
वार्ड नंबर 55 से पूर्व सभासद एवं भाजपा नेता दीपक सक्सेना ने कहा कि पूर्व स्वास्थ्य मन्त्री ,उत्तर प्रदेश सरकार, डॉ दिनेश जौहरी जी का आज प्रातः आकस्मिक निधन हो गया है। इस दुःखद घड़ी में हम सब ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें तथा उनके समस्त परिवारजनों को इस अपार कष्ट को सहने की क्षमता प्रदान करे।
बेटे के लिए बरेली से लड़वाना चाहते थे चुनाव
दिनेश जौहरी अपने बेटे राहुल जौहरी के लिए बरेली से चुनाव लड़वाना चाहते थे । इस बात का उन्होंने खुलासा न्यूज वॉक्स से बातचीत करते हुए कहा था । लेकिन किसी कारणवश दिनेश जौहरी के बेटे राहुल जौहरी ने पिछले विधानसभा चुनाव लड़ने मना कर दिया था , हालांकि राहुल जौहरी को चुनाव लड़ाने के लिए अपनी कोठी में एक कार्यालय भी बना लिया था।
बागवानी का बेहद शौक था डॉक्टर दिनेश जौहरी को,
दिनेश जौहरी को बागवानी से बेहद लगाव था। वह सुबह जल्दी उठकर अपने बगीचे में लग जाते थे । यही वजह है कि उनकी कोठी अन्य राजनेताओं से ज्यादा फूलों से सजी दिखती है। यही वजह है बुजुर्ग आज भी दिनेश जौहरी को प्रकृति से लगाव रखने की बात कहते हुए दिख जाते हैं।
बरेली में भाजपा के लिए दिनेश जौहरी के रूप में मिला था पहला विधायक
दिनेश जौहरी उस समय बरेली से विधायक बने थे जब बरेली में कोई विधायक नहीं था साथ ही उत्तराखंड भी यूपी का हिस्सा हुआ करता था । जानकार यह भी बताते है कि जब दिनेश जी विधायक बने थे तब भाजपा के 16 से 18 के बीच विधायक हुआ करते थे।
दिनेश जौहरी के परिवार में एक बेटा और दो बेटियां है
दिनेश जौहरी के तीन संतानों में एक बेटा दो बेटियां है। उनके बेटे राहुल जौहरी इंडिया के किसी बड़े मीडिया संस्थान में बड़ी पोस्ट पर है जबकि उनकी दो बेटियों में एक बेटी कलकत्ता और दूसरी बेटी दिल्ली में अपने परिवार के साथ रहती है।
कल सुबह 7 बजे होगा अंतिम संस्कार
दिनेश जौहरी परिवार से जुड़े लोगों के मुताबिक कल सुबह 7 बजे सिटी शमसान भूमि पर अंतिम संस्कार किया जाएगा ।