बरेली। लोकसभा चुनाव में कुछ समय बचा ऐसे में अधिकतर राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा के साथ हार जीत के समीकरणों की तलाश में जुट गई है। भाजपा ने भी चुनावी मोड़ में आते ही टिफिन संवाद के जरिये अपने संगठन को बूथ स्थिर पर एक बार फिर मजबूत करने की कोशिश कर दी है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दिल्ली में पार्टी संगठन से जुड़े नेताओं के साथ चुनाव को लेकर चर्चा कर चुके है।
सूत्र यह भी बताते है कि बरेली मंडल में तमाम हार जीत की संभावनाओं के मद्देनजर पार्टी ने सर्वे भी करा लिया है। सूत्र यह भी बताते है कि भाजपा के सर्वे में इस बार वर्तमान शहर विधायक एवं योगी सरकार में मंत्री अरुण कुमार सक्सेना के नाम भी शामिल है। अगर डॉक्टर अरुण कुमार सक्सेना भाजपा हाईकमान की नजर में ठीक बैठेते है तो वह लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी हो सकते है । वही दूसरा नाम एक विपक्षी पार्टी के नेता का भी बताया जा रहा है अगर भाजपा विपक्षी पार्टी के नेता को टिकट देती है तो वह भी भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ सकते है। हालांकि यह बात काफी दिनों से चर्चा में है लेकिन इसके भविष्य के बारे में कुछ भी कहना मुश्किल है। इस तरह वर्तमान सांसद का संसद संतोष गंगवार का भी टिकट कट सकता है। वही राजनीतिक पंडित यह मानते है कि भाजपा के लिए संतोष गंगवार से अच्छा कोई विकल्प नहीं हो सकता क्योंकि बरेली के अधिकतर विधानसभाएं गंगवार बाहुल्य है।
सूत्र बताते है अगर सर्वे पर भाजपा हाईकमान ने विश्वास किया तो इस बार भाजपा किसी नए कैंडिडेट को उतारेगी।इस तरह पीलीभीत के सर्वे में संजय गंगवार , हेमराज वर्मा , सरदार गुरुभाग के नाम शामिल होने की खबर है। हालांकि वरुण गांधी का नाम इतनी आसानी से दरकिनार होने की कम संभावनाएं हैं। स्थानीय तो मानते है पीलीभीत से वरुण की जगह मेनका गांधी ही चुनाव लड़ेंगी।वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के गृह जनपद से उमेश कश्यप ,डॉक्टर पुनीत सागर का नाम सर्वे में होने की बात कही जा रही है। आपको बता दें कि शाहजहांपुर एससी के लिए सुरक्षित सीट है।
बरेली मंडल के बदायूं जिले में भाजपा के सर्वे में महेश गुप्ता , शैलेश पाठक के साथ संघमित्रा कश्यप के नाम की भी चर्चा है। कहा यह भी जा रहा कि संघमित्रा ही दोनों प्रत्याशियों के मुकाबले ज्यादा बेहतर उम्मीदवार रहेंगी।