मुजस्सिम खान,
उत्तर प्रदेश के जनपद रामपुर में हमेशा से ही सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान का सियासी रसूख रहा है हालांकि परिवर्तन के बाद उनकी सियासत का दायरा अब घट चुका है कारण साफ है स्वार विधानसभा उपचुनाव में अपना दल एस के प्रत्याशी शफीक अंसारी ने बाजी मार ली है तो वही निकाय चुनाव में भी सपा को कई सीटें गंवानी पड़ी हैं। राज्य मंत्री बलदेव सिंह के विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के खाते में दो अध्यक्ष पद की सीटें आई हैं।
रामपुर में पांच नगरपालिका और से नगर पंचायतों के लिए चुनाव हुए वही स्वार विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ दिलचस्प बात यह रही कि भारतीय जनता पार्टी ने राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख के विधानसभा क्षेत्र की दो नगर पालिकाओं में बिलासपुर एवं मिलक मे सपा के अध्यक्षों को हराकर चुनाव जीत लिया है वही जहां पार्टी के गठबंधन के अपना दल एस प्रत्याशी के रूप में स्वार नगर पालिका अध्यक्ष की कुर्सी पर रेशमा परवीन ने फिर से अपना कब्जा बरकरार रखा है तो इसी तरह से उनके पति एवं गठबंधन प्रत्याशी शफीक अहमद अंसारी ने विधानसभा के लिए हुए उपचुनाव में सपा प्रत्याशी को हार का स्वाद जगाते हुए जीत हासिल की है।
सपा नेता आजम खान रामपुर कि शहर विधानसभा सीट से विधायक हुआ करते थे तो वही उनके बेटे अब्दुल्लाह आजम स्वार विधानसभा सीट से विधायक थे दोनों ही पिता पुत्रों की विधायकी कोर्ट से सजा मिलने के बाद चली गई और दोनों के ही चुनाव लड़ने पर बैन लगाया। आजम खान एवं उनके बेटे अब्दुल्लाह आजम ने जहां उपचुनाव में सपा प्रत्याशी अनुराधा चौहान के लिए धुआंधार प्रचार किया था तो वही वह नगर पालिका बिलासपुर एवं मिलक में भी पार्टी प्रत्याशियों के लिए प्रचार करने से पीछे नहीं हटे थे।
फिलहाल इन तीनों ही महत्वपूर्ण चुनावों में सपा प्रत्याशियों को हार का मुंह देखना पड़ा है जिससे प्रतीत होता है कि यह भाजपा के लिए 2024 से पहले के शुभ संकेत हैं। इसी को लेकर राज्य मंत्री बलदेव सिंह हलक काफी गदगद नजर आए। मतगणना के दौरान दिलचस्प बात यह रही की जीत की खुशी रहे करने वाले प्रत्याशियों के समर्थकों ने पटाखे छोड़े और जिसके बाद पुलिस प्रशासन को कड़ा रुख अख्तियार करना पड़ा इसी का यह नतीजा हुआ कि मंडी समिति के गेट के बाहर इस तरह से खुशी प्रदर्शित करने वाले प्रत्याशियों के समर्थकों को पुलिस ने जमकर दौड़ाया और लाठियां भी भांजी।