अब्दुल्लाह आजम के दो करीबी गिरफ्तार ,  बीते दिन गिरफ्तारी के विरोध में सपाइयों ने एसपी आवास  पर दिया था धरना ,

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मुजस्सिम खान ,

रामपुर : उत्तर प्रदेश में सपा शासनकाल के दौरान वरिष्ठ नेता आजम खान की हमेशा ही तूती बोलती है और पार्टी के अंदर भी और बाहर भी जलवा बरकरार रहता है। लेकिन उनके सुपुत्र विधायक अब्दुल्लाह आजम का सियासी असर भी रामपुर के समाजवादियों पर कम नहीं है यही कारण है कि अब्दुल्लाह आजम के दो करीबी मित्रों का जुआ खेलते हुए वीडियो वायरल होने के बाद जब पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई तो सहानुभूति दिखाते हुए स्थानीय पार्टी पदाधिकारियों के साथ ही मंडल के भी कई सपाई एसपी आवास पर पहुंचकर धरना देने से भी नहीं चूके। दरसल यह मामला बीते दिन का था।

रामपुर की स्वार टांडा विधानसभा सीट से विधायक अब्दुल्लाह आजम इन दिनों अपनी दो बेहद करीबी दोस्तों के कारनामों के चलते खासा चर्चा में हैं स्थानीय सियासी गलियारों से लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तक पर तस्वीरें प्रसारित करने का सिलसिला जारी है। दरअसल हुआ यूं कि कई महीने पहले विधायक अब्दुल्लाह आजम के साए की तरह साथ रहने वाले दो मित्रों का एक वीडियो जिसमें ताश के पत्ते खेले जा रहे हैं और जिसमें भारतीय मुद्रा के कई नोट बिस्तर पर पड़े हैं यह वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी के साथ वायरल हुआ था जिसके बाद स्थानीय पुलिस को एक्शन लेना पड़ा था और अब्दुल्लाह आजम के इन दोनों मित्रों सहित कई के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना पड़ा था। अब्दुल्लाह आजम के इन दोनों ही परम मित्रों की नजदीकी का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि इन दोनों आरोपियों की पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और आजम खान के इर्द-गिर्द रहने की तस्वीरें भी लोगों के पास मौजूद हैं और बड़ी तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

 

 

 

रामपुर में सियासत उस समय गरमा गई जब स्थानीय पुलिस ने काफी पहले दर्ज हुए जुआ खेलने के इस वीडियो पर मुकदमे के तहत एक्शन लेते हुए विधायक अब्दुल्लाह आजम के दोनों ही परम मित्रों सालिम और अनवर को गिरफ्तार कर लिया। दोनों की गिरफ्तारी के बाद स्थानीय सपाइयों में उबाल आ गया या फिर यूं कहें की अब्दुल्लाह आजम के पार्टी में रसूख के चलते सपाइयों को पुलिस अधीक्षक के आवास के बाहर धरना तक देने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस बीच पुलिस अधिकारियों को भी अच्छी काशी मशक्कत करनी पड़ी फिर कहीं जाने के बाद दोनों पक्षों में सहमति बन पाई जिसके बाद यह धरना खत्म हुआ हालांकि यह बात अलग है सपाइयों को इस तरह से धरने पर बैठा देखने के बाद हर कोई यही सोच रहा होगा कि आज सपाइयों ने किसी जनता से जुड़े मुद्दे को लेकर आवाज उठाई है और सरकार की कुछ नीतियों का विरोध करने के लिए ही पार्टी के छोटे बड़े पदाधिकारी एवं महिलाएं सड़कों पर उतरी हैं लेकिन सच्चाई ठीक है इससे उलट रही है सपाइयों का धरना भी चला तो जुए के आरोपियों के समर्थन में चला यह जरूर लोगों के लिए हैरानी वाली बात रही होगी।

 

 

 

अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने बताया कि बीते दिन जुए के सम्बन्ध में दो अभियुक्त  सालिम  और अनवार को पकड़ा गया था। यह दोनों अभियुक्त माननीय विधायक के करीबी है। इन दोनों ने पूछताछ में बताया कि पूर्व की सरकार में  शहर की साफ सफाई के लिए करोड़ों रूपए से एक मशीन खरीदी गई गई।  लेकिन यह मशीन जौहर यूनिवर्सिटी में काम करती रही। जब नई सरकार बनी तो उस मशीन की खोजबीन की गई तो पता चला कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मशीन को कटवाकर जमीन में दबा दिया था ।  बीते दिन गिरफ्तार जुआरी सालिम और अनवार ने पुलिस को बताया था कि उन लोगों ने यह मशीन यूनिवर्सिटी की जमीन में दब वाई थी। जुआरियों की निशानदेही पर कटी हुई मशीन बरामद हुई है। कई राज खुलने वाले है।  बीते दिन इन आरोपियों के लिए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एसपी साहब के दफ्तर पर धरना दिया था।

 

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Author: newsvoxindia

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