बरेली। बढ़ती ठंड और शीतलहर को ध्यान में रखते हुए अपर जिलाधिकारी (वि/रा) संतोष कुमार सिंह ने जनपद के सभी निराश्रित, बेघर और कमजोर वर्ग के लोगों की सुरक्षा के लिए रैन बसेरों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अत्यधिक ठंड से किसी भी जरूरतमंद को सड़क या फुटपाथ पर रात गुजारने की मजबूरी न हो, इसके लिए हर संभव कदम उठाए जाएं।
एडीएम ने निर्देशित किया कि नगर निगम, नगर पंचायतों और तहसीलों में पर्याप्त संख्या में रैन बसेरे संचालित किए जाएं। इन रैन बसेरों में गद्दे, कंबल, साफ पानी, शौचालय, किचन, गरम पानी और सुरक्षा जैसी सभी सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध हों। साथ ही रैन बसेरों के आसपास ठंड बढ़ने पर अलाव जलाने की भी व्यवस्था की जाए।
उन्होंने हर रैन बसेरे के लिए एक वरिष्ठ नोडल अधिकारी नियुक्त करने का आदेश दिया है, जो संचालन और निगरानी की जिम्मेदारी संभालेगा। इसके अलावा प्रत्येक रैन बसेरे में एक केयर टेकर तैनात रहेगा, जिसका नाम, पदनाम और मोबाइल नंबर गेट पर अंकित किया जाएगा। रात के समय वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण भी अनिवार्य किया गया है। निरीक्षण रजिस्टर में अधिकारी अपनी टिप्पणी दर्ज करेंगे।
एडीएम ने कहा कि रैन बसेरे मुख्य स्थानों—अस्पतालों, मेडिकल कॉलेज, बस और रेलवे स्टेशन, मजदूरों के कार्यस्थलों तथा भीड़भाड़ वाले बाजारों में अवश्य संचालित हों। ताकि बाहर से इलाज या रोजगार के लिए आए लोग भी सुरक्षित ठहर सकें।
ठंड के साथ-साथ डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए रैन बसेरों का नियमित सैनिटाइजेशन और फॉगिंग कराना अनिवार्य होगा। रैन बसेरों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी सुनिश्चित किया जाएगा और आवश्यकता अनुसार रैन बसेरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग सोने और शौचालय की व्यवस्था भी की जाएगी।
अंत में, एडीएम ने निर्देश दिया कि रैन बसेरों और अलाव से जुड़ी जानकारी का व्यापक प्रचार कराया जाए ताकि जरूरतमंद लोग इन सुविधाओं का लाभ ले सकें और शीतलहर के दौरान सुरक्षित रह सकें।




