बरेली।
एसपी सिटी मानुष पारिक ने बताया कि गिरफ्तार महिलाओं ने अलग-अलग जन्मतिथि और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारतीय पासपोर्ट बनवाए। इनमें से मुनारा, जो बांग्लादेश के शीकरी जिला जेस्सोर की रहने वाली है, ने दस्तावेजों में अलग-अलग जन्मतिथि दर्शाकर अब तक कई बार खाड़ी देशों और 3 बार बांग्लादेश की यात्रा की। मुनारा ने अपनी बहन सायरा के दस्तावेजों का इस्तेमाल कर दूसरा पासपोर्ट भी बनवाया। फिलहाल सायरा अपने परिवार के साथ बरेली के हाफिजगंज में रह रही है।
तीसरी महिला तस्लीमा भी अपनी असली नागरिकता छिपाकर हाफिजगंज में रह रही थी। पुलिस के अनुसार, खुफिया इनपुट के आधार पर इन तीनों सगी बहनों को गिरफ्तार किया गया है।
एसपी सिटी मानुष पारिक ने बताया कि प्रेमनगर पुलिस ने तीनों महिलाओं को फर्जी पासपोर्ट, अन्य दस्तावेज बनवाने और अवैध रूप से भारत में रहने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उन्हें कोर्ट में पेश किया जा रहा है और आगे की कार्रवाई न्यायालय के आदेश पर होगी।
इस बीच, आरोपी मुनारा ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि उसे भारत किसी ने बेच दिया था और इस तरह वह यहां लाई गई।
बरेली में बांग्लादेशी महिलाओं की गिरफ्तारी ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था और दस्तावेज़ प्रणाली की खामियों को उजागर कर दिया है।
