प्रदेश प्रमुख कर्मवीर सिंह बोले – चीनी मिल का अध्यक्ष किसान ही बने, न कि जिलाधिकारी
बहेड़ी (बरेली)। बहेड़ी ब्लॉक सभागार में सहकार भारती संघ (RSS) की संवाद एवं गन्ना गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें गन्ना समिति बहेड़ी के चुनाव में धांधली का मुद्दा मुख्य रूप से उठाया गया। बैठक में किसानों की समस्याएं, गन्ना भुगतान में देरी और चुनाव में पारदर्शिता जैसे अहम मुद्दों पर गंभीर चर्चा की गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश प्रमुख कर्मवीर सिंह ने कहा कि सरकारी सहकारी चीनी मिल का अध्यक्ष किसानों में से ही किसी को बनाया जाए, जिलाधिकारी को नहीं। उन्होंने कहा कि जब किसान खुद नेतृत्व करेगा तो समस्याओं का शीघ्र समाधान होगा। जिलाधिकारी पर पहले से ही अनेक प्रशासनिक जिम्मेदारियां होती हैं, ऐसे में वह किसानों के हित में समय नहीं दे पाएंगे।
विशिष्ट अतिथि देवेंद्र स्वरूप वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि कुछ अधिकारियों की लापरवाही और भ्रष्ट आचरण सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने गन्ना समिति चुनाव में पारदर्शिता की मांग की।
दिग्विजय सिंह, विभाग संयोजक, और छत्रपाल सिंह चौधरी, जिला अध्यक्ष, ने बताया कि सहकार भारती संघ देशभर में किसानों के हित में कार्य कर रहा है। सरदार जैल सिंह ने गन्ना मूल्य भुगतान में हो रही देरी पर चिंता जताई और मांग की कि केसर चीनी मिल किसानों का बकाया तत्काल चुकाए।
सभा के दौरान एक व्यक्ति ने खुलकर आरोप लगाए कि गन्ना समिति बहेड़ी के चुनाव में भारी धांधली हुई है। किसानों के पर्चे जबरन खारिज किए गए। अगर इस पर प्रशासन ने संज्ञान नहीं लिया तो क्षेत्रीय किसान आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, जिससे सरकार को भी नुकसान हो सकता है।
इस अवसर पर सहकार भारती संघ के नवनियुक्त पदाधिकारियों की घोषणा भी की गई, जिसमें ढाकन लाल गंगवार (जिला मीडिया प्रभारी), स्मिथ जौहरी (जिला सह प्रमुख), ओमकार गंगवार (जिला मंत्री), अतर सिंह राठौर (जिला सह संयोजक), मंगल सेन गंगवार (जिला संयोजक), छेदा लाल मौर्य (जिला प्रमुख गन्ना), गुरविंदर सिंह वरार (जिला मंत्री), मुख्तियार सिंह, देव कुर्मी, सीताराम कश्यप सहित अन्य को जिम्मेदारियां सौंपी गईं।
बैठक में पूर्व ब्लॉक प्रमुख जुगेन्द्र सिंह, नहींम खां, कृष्णपाल गंगवार, नंदलाल आर्य, भूप सिंह सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और किसान उपस्थित रहे।
बैठक में उठे मुद्दों ने साफ कर दिया कि अब किसान अपने हकों के लिए एकजुट होकर आवाज़ उठाने के लिए तैयार हैं।
