बरेली। बारादरी थाना क्षेत्र के जोगीनवादा में कांवड़ यात्रा, मोहर्रम और बारावफात को लेकर कई दिनों से बनी असहमति की स्थिति अब सौहार्द की मिसाल में बदल गई है। जनपद प्रशासन की सतत पहल, प्रभावशाली संवाद और भरोसेमंद नेतृत्व के चलते दोनों पक्षों ने मिलकर परस्पर सहयोग की लिखित सहमति जताई है।
जिलाधिकारी अविनाश सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के दिशा-निर्देशन में चली निरंतर वार्ता, विश्वास निर्माण और जनसंवाद की प्रक्रिया आखिरकार रंग लाई। प्रशासन द्वारा कराई गई कई दौर की बैठकें निर्णायक साबित हुईं। इन बैठकों में दोनों समुदायों के गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया गया और स्पष्ट संदेश दिया गया कि पर्व-त्योहार शांति, परस्पर सम्मान और सामाजिक एकता के प्रतीक हों।
प्रशासन की इस पहल के परिणामस्वरूप शनिवार को दोनों पक्षों ने आपसी समझदारी और संयम का परिचय देते हुए लिखित सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए। अब जोगीनवादा में कांवड़ यात्रा, मोहर्रम और बारावफात जैसे आयोजन पूर्ण सहयोग, समन्वय और शांतिपूर्ण वातावरण में सम्पन्न होंगे।
यह सहमति बरेली की गंगा-जमुनी तहज़ीब और साझा संस्कृति का प्रतीक बन गई है। धार्मिक आयोजनों को लेकर उपजा तनाव अब आपसी विश्वास और सौहार्द में परिवर्तित हो गया है।
इस सफलता में एसपी सिटी मानुष पारीक ने भी अहम भूमिका निभाई और सहमति की पुष्टि की।
इस बीच, सीओ पंकज श्रीवास्तव ने लगातार क्षेत्र की स्थिति पर बारीकी से नजर रखी। उन्होंने दोनों पक्षों के विचार समझे, पुराने अनुभवों को सामने रखा और धैर्यपूर्वक संवाद कायम किया। उनकी पहल और मेहनत के फलस्वरूप दोनों पक्षों ने न सिर्फ समझौता किया बल्कि परस्पर सहयोग का संकल्प लेते हुए मिठाई खिलाकर सीओ को धन्यवाद भी दिया।
प्रशासन ने इस सकारात्मक पहल में सहयोग देने वाले सभी संभ्रांत नागरिकों का आभार जताया है और उम्मीद जताई है कि बरेली में इसी तरह शांति, सद्भाव और सामाजिक एकता के साथ सभी आयोजन संपन्न होते रहेंगे।
