मीरगंज।नदी किनारे शौच कर रहे ग्रामीण पर अचानक पानी से निकले मगरमच्छ ने हमला कर दिया। पैर जबड़ों में दबाकर मगरमच्छ ग्रामीण को नदी में खींचकर कर ले गया। उसने बड़ी मुश्किल से जान बचाई। घटना से ग्रामीणों में दहशत है। जौनेर गांव निवासी साठ वर्षीय महबूब माहीगीर निर्माणाधीन टंकी के पास पीलाखार नदी किनारे शौच कर रहे थे। नदी के पानी ने अचानक निकले मगरमच्छ ने उन पर हमला कर दिया।
मगरमच्छ ने महबूब दाये पैर को जबड़ों में जकड़ लिया। मगरमच्छ उनको खींच कर नदी में ले गया। महबूब ने शोर मचाया। लेकिन उनकी चीखें गांव तक नहीं पहुंचीं। मगरमच्छ की जैसे ही पकड़ ढीली हुई। महबूब ने बाया पैर मार कर मगरमच्छ के मुंह से अपना पैर निकाल लिया। किसी तरह वह नदी से बाहर निकले। उनके शोर मचाने पर आसपास से ग्रामीण मौके पर पहुंच गए।
ग्रामीण उनको उठाकर घर ले गए। मगरमच्छ के हमले में उनके पैर में दो जगह घाव हो गए। परिजनों ने उसका उपचार किया। घटना 15 मई की है। घटना से ग्रामीणों में दहशत है। गांव में पीलाखार नदी में दो बड़े मगरमच्छ महीनों से हैं। मगरमच्छ दिन में अक्सर पानी से निकल कर सूखे में आकर आराम करते हैं। गांव के लोगों की जमीनें नदी के दूसरी पार हैं। नदी पार करने को गांव में पटरी अथवा पुल नहीं है।
ग्रामीण ट्यूब से नदी पार करते हैं। प्रधान मुनेंद्र शर्मा ने बताया नदी में मौजूद मगरमच्छ ग्रामीण को खींच कर नदी में ले गया। किसी तरह उनकी जान बची। मैंने गुरुवार को एसडीएम को घटना की जानकारी दी। वन विभाग को पूर्व में मगरमच्छ होने की सूचना दे दी थी। गर्मी में ग्रामीण पशुओं को नहलाने को नदी में ले जाते हैं। माहीगीर बिरादरी के लोगों का मछली पकड़ने को पुश्तैनी काम हैं। यह लोग भी नदी में घुसते हैं।
