रिपोर्ट: बचन सिंह | भोजीपुरा (बरेली)
भोजीपुरा।तेज रफ्तार और लापरवाही ने एक बार फिर मासूम जिंदगी की सांसें छीन लीं। सोमवार की सुबह भोजीपुरा ओवरब्रिज पर दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जहां मां की गोद से छिटककर गिरे महज दो साल के मासूम सुमित ने सड़क पर ही जिंदगी की जंग हार दी। हादसे के बाद परिवार में कोहराम मच गया, वहीं इलाके में शोक और गुस्से का माहौल है।
गांव इटौआ केदारनाथ निवासी प्रेमशंकर अपनी विवाहित बहन सुनीता को शहर के एक निजी अस्पताल दवा दिलाने के लिए बाइक से लेकर जा रहे थे। बाइक पर सुनीता की गोद में उसका नन्हा बेटा सुमित भी था। सुबह करीब 11 बजे जब वह भोजीपुरा ओवरब्रिज से गुजर रहे थे, तभी पीछे से आ रही तेज रफ्तार कार ने बाइक में जबरदस्त टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि सुनीता की गोद से मासूम सुमित उछलकर सड़क पर जा गिरा। उसके सिर पर गंभीर चोटें आईं, जबकि प्रेमशंकर और सुनीता को भी हल्की चोटें आईं। राहगीरों की मदद से सभी को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि सुमित को बचाया नहीं जा सका। उसकी नाजुक सांसें अस्पताल पहुंचने से पहले ही थम चुकी थीं।
घटना के बाद कार चालक मौके पर कार छोड़कर फरार हो गया। पीड़ित परिवार की ओर से प्रेमशंकर ने भोजीपुरा थाने में तहरीर दी है, जिसके आधार पर पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। बच्चे का शव पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया गया है।
एक ओर जहां मां सुनीता अपने बेटे के लिए बिलख रही है, वहीं पूरा परिवार सदमे में है। गांव में हर आंख नम है, और हर कोई यही कह रहा है कि “काश रफ्तार पर लगाम होती, तो सुमित आज जिंदा होता…”
