शीशगढ़ (बरेली)।कस्वे के मोहल्ला गौड़ी में खलिहान की भूमि पर अवैध रूप से बने मदरसे पर गुरुवार को तहसील प्रशासन का बुलडोजर चला। प्रशासन ने मदरसे को ध्वस्त कर जमीन को अतिक्रमणमुक्त कर ग्राम प्रधान को सुपुर्द कर दिया। यह कार्रवाई उपजिलाधिकारी मीरगंज तृप्ति गुप्ता के आदेश पर की गई।
करीब चार साल पहले इस जमीन पर मदरसा बनवाया गया था, जिसका संचालन मौलाना तहसीन अहमद द्वारा किया जा रहा था। इसमें करीब 450 बच्चे इस्लामिक शिक्षा प्राप्त कर रहे थे। ग्राम गिरधरपुर की प्रधान प्रेम वती ने इस मदरसे के निर्माण को लेकर शिकायत की थी कि यह भूमि खलिहान (अर्जित कृषि भूमि) की है और उस पर अवैध कब्जा किया गया है। मामला लंबे समय तक प्रशासनिक स्तर पर चलने के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो परतापुर निवासी जीत राम ने हाईकोर्ट में रिट दाखिल की।
हाईकोर्ट के निर्देश के बाद 12 जुलाई को मदरसा संचालक को नोटिस देकर स्वेच्छा से भवन हटाने का आदेश दिया गया, लेकिन तय समय पर कार्रवाई न होने के कारण गुरुवार को तहसील प्रशासन हरकत में आया। लेखपाल पुष्पेन्द्र सिंह की टीम नगर पंचायत शीशगढ़ के बुलडोजर के साथ मौके पर पहुंची और मदरसे को गिराकर खलिहान की जमीन को कब्जामुक्त करवा दिया।
लेखपाल पुष्पेन्द्र सिंह ने बताया कि एसडीएम मीरगंज के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। अवैध निर्माण हटाकर भूमि को ग्राम समाज के खाते में सुरक्षित किया गया है और अब उसे ग्राम प्रधान प्रेम वती के सुपुर्द किया गया है ताकि भविष्य में कोई दोबारा कब्जा न कर सके।
इस कार्रवाई से प्रशासन ने यह साफ संकेत दिया है कि सार्वजनिक और ग्राम समाज की जमीनों पर अवैध कब्जा किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं, मदरसा संचालक द्वारा बच्चों को दूसरे किराए के भवन में शिफ्ट कर उनकी पढ़ाई बाधित न होने देने की पहल की भी चर्चा हो रही है।,
