स्वास्थ्य विभाग ने खुसरो हॉस्पिटल का नया रजिस्ट्रेशन रद्द किया

SHARE:

बरेली। शहर की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सीधा सवाल उठाने वाला सनसनीखेज मामला सामने आया है। नर्सिंग छात्रों से धोखाधड़ी के मामले में कोर्ट से राहत मिलने के बाद खुसरो कॉलेज एवं हॉस्पिटल के प्रबंधक  ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ नया खेल कर दिया ।

 

दरसल जेल से बाहर आते ही वह किसान संगठन से जुड़े और इसी बीच अपने बंद पड़े खुसरो हॉस्पिटल की सीलबंद बिल्डिंग को नए नाम से खुलवाने की तैयारी में जुट गए। मीडिया में मामला आते ही स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठने लगे।

अब बड़ा खुलासा यह हुआ है कि स्वास्थ्य विभाग का खुद  धोखाधड़ी हो गई  ।साथ ही सीलबंद बिल्डिंग को किराए पर दिखाने के लिए दूसरे व्यक्ति के नाम से किरायानामा तैयार किया गया, और इसी दस्तावेज़ का इस्तेमाल कर नए नाम से अस्पताल का रजिस्ट्रेशन करा लिया गया।

डिप्टी सीएमओ डॉ. अमित कुमार द्वारा यह रजिस्ट्रेशन जारी किया गय इस दौरान  न सील हटाई गई, न जांच हुई और न ही किसी वैधानिक अनुमति का पालन किया गया।

बता दें कि पूर्व में खुसरो अस्पताल को पहले फर्जी दस्तावेज, स्टाफ की कमी, आयुष्मान घोटाले और मरीजों की जान को खतरे में डालने के आरोप में सील किया गया था। ऐसे में उसी सीलबंद बिल्डिंग को नए दस्तावेजों के सहारे नए नाम से अस्पताल खोलने की कोशिश , जब मामला चर्चा में आया तो स्थानीय लोग सीधे-सीधे मामले को संदिग्ध रूप से देखने लगे।

मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉक्टर विश्राम सिंह ने बताया कि बिल्डिंग को किरायेनामा पर दिखाकर रजिस्ट्रेशन कराया गया था , जानकारी होते ही निरस्त किया गया है। साथ ही संबंधित अधिकारियों से मामले पर जबाव मांगा जा रहा है।

newsvoxindia
Author: newsvoxindia

Leave a Comment

error: Content is protected !!