- पांच अगस्त को विवादों के घेरे में आयी थी एसओजी
- पटियाली इंस्पेक्टर, एसओजी प्रभारी सहित पांच पर हुई थी बड़ी कार्रवाई
कासगंज। अपराधों का जल्द खुलासा करने के लिए गठित एसओजी लगातार अपराधियों की कमर तोड़ने में लगी हुई है। कई बड़े बड़े खुलासे कर पुलिस ने अधिकारियों से लेकर स्थानीय लोगों के दिलों में भी अपनी जगह बनाई थी, लेकिन पिछले कुछ दिनों एसओजी के प्रभारी और अन्य दो तीन टीम के पुलिस कर्मियों ने जिले की छवि को धूमिल करने का काम किया। इस पर एसपी का पारा चढ़ गया और उन्होंने पूरी टीम को भंग कर लाइन भेज दिया।
एसपी अंकिता शर्मा लगातार भ्रष्ट पुलिस कर्मियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर रही हैं।वह लगातार कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने में लगी है। पुलिस की छवि जनता में बेहतर बनाने का कदम दर कदम प्रयास कर रही हैं। सहावर में सरार्फा कारोबारी से नाजायज तरीके से साढ़े तीन लाख रूपये लेकर छोड़ने के मामले विवादों के घेरे में फस गई।
एसपी अंकिता शर्मा ने जांच के उपरांत एसओजी सिपाही पवन, पटियाली थाना में तैनात सिपाही सोवरन सिंह, पटियाली इंस्पेक्टर रामवकील, एस ओजी प्रभारी विनय शर्मा, व्यापरी नेता भूदेव सिंह पर कार्रवाई की थी। शनिवार की सुबह एसपी ने पूरी एसओजी की टीम को भंग कर लाइन में भेज दिया है।
लाइन भेजे गये एस ओजी के पुलिस कर्मियों में बाबूसिंह, बृजमोहन, दिनेश, गिर्राज, राकेश कुमार, प्रवेंद्र सिंह, राहुल चौधरी, चालक राजेश कुमार शामिल हैं। एसपी की इस कार्रवाई से पुलिस कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं कानून व्यवस्था में सुधार की उम्मीद जगी है।
