ओमकार गंगवार
मीरगंज (बरेली)। मीरगंज तहसील अंतर्गत गांव कुल्छा खुर्द के ग्रामीण इन दिनों जर्जर केबिल से बार-बार बिजली आपूर्ति ठप होने से बेहद परेशान हैं। लंबे समय से बार-बार की शिकायत और अधिकारियों की अनदेखी से हताश ग्रामीण आखिरकार गुरुवार को जिलाधिकारी के दरबार में पहुँचे और अपनी व्यथा सुनाई।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से फरियाद करते हुए कहा, “साहब, गांव में वर्षों पुरानी बिजली केबिल अब पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। आए दिन यह फुंक जाती है, जिससे गांव अंधेरे में डूब जाता है और जन-धन की हानि का खतरा बना रहता है।”
जर्जर तारों से उठ रहा खतरा, जमीन पर गिरती है जलती केबिल
गांववासियों ने बताया कि केबिल की हालत इतनी खराब है कि बिजली प्रवाह के दौरान अक्सर चिंगारियों के साथ यह जल जाती है और कई बार जमीन पर गिर चुकी है। बीते 4 अगस्त की रात भी करीब 10 बजे ऐसी ही घटना हुई, जिससे पूरे गांव में दहशत फैल गई। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए शटडाउन कर बिजली सप्लाई को बंद करना पड़ा।
सिर्फ शिकायती पत्रों तक सीमित रहा प्रशासन
ग्रामीणों का आरोप है कि वे पहले भी उप-जिलाधिकारी और उपखंड अधिकारी को कई बार प्रार्थना पत्र देकर इस समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। नतीजतन, अब डीएम से गुहार लगाने का निर्णय लिया गया।
पूर्व प्रधान ओमप्रकाश मौर्य और समाजसेवी होते लाल मौर्य के नेतृत्व में पहुंचे ग्रामीणों ने डीएम को लिखित शिकायत सौंपते हुए कहा कि अगर समय रहते समाधान नहीं हुआ, तो किसी दिन बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
डीएम ने दिया समाधान का आश्वासन
गांव के हालात सुनकर जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए और ग्रामीणों को जल्द समस्या के समाधान का आश्वासन दिया।
ग्रामीणों को उम्मीद है कि अब उनके गांव को बार-बार के अंधेरे और जानलेवा बिजली संकट से राहत मिलेगी।
