श्री शिरडी साईं सर्वदेव मंदिर में हुआ खिचड़ी वितरण,
बरेली। ज्येष्ठ माह का प्रथम मंगल को पूरे देश सहित बरेली में धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर हनुमान मंदिरों में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा,साथ ही जगह जगह शर्बत भी वितरण किया गया। श्री शिरडी साँईं सर्वदेव मंदिर में इस मौके पर खिचड़ी भोज का आयोजन किया गया। इस मौके पर मंदिर के महंत पंडित सुशील पाठक ने बताया कि ज्येष्ठ महीने में हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व है। इस माह में बजरंगबली की आराधना करने से सभी दुख, तकलीफ, भय और बाधाएं दूर होती हैं। ज्येष्ठ मास के मंगलवार को बड़ा मंगल और बुढ़वा मंगल के नाम से जाना जाता है। बुढ़वा मंगल के दिन मंदिर जाकर हनुमान जी की उपासना करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
हनुमान ने भीम को दी सीख
पौराणिक कथाओं के मुताबिक महाभारत काल में कुंती पुत्र भीम को अपनी शक्ति और ताकत का घमंड हो गया था। ऐसे में भीम को सबक सिखाने के लिए एक बार बजरंगबली ने बूढ़े वानर का रूप अपनाया था। बूढ़े वानर के रूप में हनुमान जी ने भीम को परास्त किया था, जिसके बाद भीम को अपनी शक्ति का घमंड दूर हुआ। कहते हैं कि वह दिन ज्येष्ठ माह का मंगलवार का था जब राम भक्त हनुमान ने बूढ़े वानर को रूप धारण किया था। इसके बाद से ही ज्येष्ठ मास के हर मंगलवार को बुढ़वा मंगल कहा जाने लगा।
पौराणिक कथाओं के मुताबिक महाभारत काल में कुंती पुत्र भीम को अपनी शक्ति और ताकत का घमंड हो गया था। ऐसे में भीम को सबक सिखाने के लिए एक बार बजरंगबली ने बूढ़े वानर का रूप अपनाया था। बूढ़े वानर के रूप में हनुमान जी ने भीम को परास्त किया था, जिसके बाद भीम को अपनी शक्ति का घमंड दूर हुआ। कहते हैं कि वह दिन ज्येष्ठ माह का मंगलवार का था जब राम भक्त हनुमान ने बूढ़े वानर को रूप धारण किया था। इसके बाद से ही ज्येष्ठ मास के हर मंगलवार को बुढ़वा मंगल कहा जाने लगा।