– एक माह के गोचर में कमजोर होकर बनाएंगे अपयश का योग
– शुभ फल देने में होंगे असमर्थ, सभी राशियों का पडे़गा प्रभाव
ज्योतिषाचार्य -पंडित मुकेश मिश्रा
बरेली: भुवन भास्कार सूर्यदेव शुक्र ग्रह की तुला राशि में सोमवार को प्रवेश कर जाएंगे। एक माह के इस गोचार में अत्यंत कमजोर होकर अपयश का योग बनाएंगे और शुभ फल देने में असमर्थ रहेंगे। जिसका प्रभाव सभी राशियों का पडे़गा।
ज्योतिषाचार्य पं. मुकेश मिश्रा के अनुसार ग्रहों के राजा सूर्यदेव हैं। जो 17 अक्टूबर सोमवार सायंकाल 7.22 मिनट पर शुक देव की तुला राशि में प्रवेश कर जाएंगे। 16 नवंबर तक इसी राशि में रहेंगे। ज्योतिष के अनुसार तुला राशि मे सूर्य नीच के होते है। जब कोई भी ग्रह नीच राशि मे होता है तो उसका फल लाभप्रद नहीं होता है। इसलिए सूर्यदेव शुभ फल देने मे असमर्थ हाे जाएंगे। ऐसे में सूर्यदेव के एक महीने के गोचर के दौरान संभलकर रहने की जरूरत है। यह गोचर तब और अधिक फलित होता है, जब दशा अर्न्तदशा सूर्य की चल रही हो और सूर्य जन्मकुंडली में नीच अवस्था में हो।
25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण का भी रहेगा असर
गोचरीय स्थिति में नीच के सूर्य, केतु के साथ राहु शनि से दृष्ट रहेंगे। इस स्थिति में सूर्यदेव अत्यंत कमजोर हो जाते है और अपयश का योग बनाते है। सभी राशियों पर इसका प्रभाव पड़ता है। इसी स्थिति के कारण 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण का असर भी रहेगा। ऐसे में सूर्यदेव के एक महीने के गोचर के दौरान संभलकर रहने की जरूरत है। इसलिए सूर्यदेव शुभ फल देने मे असमर्थ हाे जाते हैं।
सूर्य को मजबूत करने के लिए करें उपाय
-प्रतिदिन प्रात कालीन स्नान के बाद जल में रोली, लाल पुष्प और लाल गुड़ डालकर सूर्य को अर्घ्य दें।
-प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र या सूर्य मंत्र का जप करें या सूर्य चालीसा पढ़े।
-रविवार को लाल वस्त्र पहने। लाल वस्तुओं का दान करें।