विक्रमी संवत – 2079
शाके – 1944
मास -भाद्रपद मास,कृष्ण पक्ष
दिन -बुधवार
तिथि -द्वादशी प्रातः 8:29 तक उपरांत त्रयोदशी तिथि
नक्षत्र – पुनर्वसु नक्षत्र
योग – व्यतिपात योग
करण – तैतुल करण प्रातः 8:39 तक गर उपरांत
किसी भी शुभ कार्य का समय
लाभ, अमृत का चौघड़िया प्रातः 5:48 से 9:01 तक
शुभ का चौघड़िया प्रातः 10:38 से मध्यान्ह 12:01 तक
चर, लाभ का चौघड़िया मध्यान्ह 3:28 से शाम 6:41 तक