बरेली :ऑल इंडिया रजा एक्शन कमेटी (आरएसी) नें बैतुर्रज़ा” पर सरकार ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ के क़ुल की महफ़िल सजाई । अफ़रोज़ रज़ा क़ादरी की सरपरस्ती में महफ़िल सजी। महफ़िल की सदारत नबीरा-ए-आला हज़रत व आरएसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी ने की। ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ में आरएसी पदाधिकारियों ने चादर पेश की। महफ़िल सुबह 8 बजे शुरू हुई।
सबसे पहले कलाम-ए-पाक की तिलावत हुई। इसके बाद नातो-मनक़बत के नज़राने पेश किए गए। उलामा ने अपनी तक़रीरों में सरकार ग़रीब नवाज़ की शान बयान की। इस मौक़े पर अदनान मियां ने कहा कि आला हज़रत ने हमें यह बताया कि ग़रीब नवाज़ की बारगाह उन मक़ामात में शामिल है, जहां दुआएँ क़ुबूल होती हैं। जो कुछ मांगा जाए सच्चे दिल और पूरी अक़ीदत से मांगा जाए। आख़िर में क़ुल शरीफ़ की फ़ातिहा हुई।
नबीरा-ए-आला हज़रत मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी ने ख़ुसूसी दुआ फ़रमाई। सलातो-सलाम के बाद लंगर तक़सीम किया गया। इस मुबारक महफ़िल में शरीक होने वालों में मुफ्ती उमर रज़ा, अली रज़ा कादरी, मौलाना सय्यद तौक़ीर रज़ा, मौलाना सय्यद सफदर रज़ा, मौलाना लियाक़त हुसैन, मौलाना आरिफ़ रज़ा, मौलाना बाबउद्दीन, मौलाना आक़िब रज़ा, मौलाना इमरान बरकाती, मौलाना आसिफ रज़ा, मौलाना नईम रज़ा, हाफिज़ आरिफ़ रज़ा, मुशाहिद रफ़त, अब्दुल हलीम खान, सय्यद शाहनवाज़ हुसैन, रेहान यार ख़ान, काशिफ़ रज़ा, सहित बड़ी तादाद में आरएसी पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
उधर, अजमेर शरीफ़ में बारगाह-ए-ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ में आरएसी पदाधिकारियों ने नबीरा-ए-आला हज़रत मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी की जानिब से चादर पेश की। चादर पेश करने वालों में आरएसी के महानगर अध्यक्ष सईद सिब्तैनी, अमीक रज़ा, ख़ालिद रज़ा तहसीनी, सोनू रज़ा, अली रज़ा अज़हरी, अब्दुल क़ादिर रज़ा, क़ारी ग़ुलाम नबी क़ादरी, जुनैद रज़ा, सय्यद रजब अली साजू, राजू बाबा, सय्यद रिज़वान, शाहनवाज रज़ा वग़ैरह शामिल रहे।