बरेली : आईएमसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा की मुश्किलें कम होने नाम नहीं ले रही है। कुछ दिन पहले तक वह अपनी गिरफ्तारी से बचने का प्रयास कर रहे थे इस बीच कोर्ट ने उन्हें राहत भी दे दी थी । लेकिन अब व मौलाना को बीमारी ने उन्हें घेर लिया है। मौलाना की तबियत खराब होने पर उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां स्वास्थ्य लाभ नहीं होने पर बरेली से हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। इसके बाद मौलाना को परिजन उन्हें दिल्ली लेकर रवाना हो गए। आईएमसी के मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी ने मीडिया को बताया है कि मौलाना तौक़ीर रज़ा खा हार्ट के मरीज़ हैं पिछले साल उनके हार्ट में रिंग पड़ चुका हैं।
बीते शनिवार की रात अचानक उनके सीने में दर्द उठा इसके बाद उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वही सोमवार को मौलाना को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।जिसके बाद खुशलोक के डॉक्टर नें उन्हें हायर सेंटर रेफर किया हैं। सुबह मौलाना के परिजन मौलाना कों इलाज के लिये दिल्ली ले गए हैं। मौलाना 2010 के दंगे के मुख्य आरोपी कोर्ट ने माना है। मौलाना की 27 मार्च को बरेली की अदालत में पेश होना है। इससे पहले फास्ट ट्रैक कोर्ट रवि कुमार दिवाकर ने मौलाना को देंगे का मास्टरमाइंड मानकर मौलाना के खिलाफ गैर वारंट जमानती जारी किया था। जिसके बाद मौलाना का गैर वारंट जमानती उनके निवास पर चस्पा भी किया गया। इस दौरान मौलाना हाई कोर्ट की शरण में चले गए थे। वही इस मामले में बरेली में भी कोर्ट बदलने की अर्जी दाखिल की गई थी। अब मौलाना का मामला दूसरे कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया है। वही मौलाना को हाई कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली थी। हाई कोर्ट ने मौलाना को 27 मार्च तक निजी अदालत में पेश होने के आदेश दिए है ।