उदया तिथि के अनुसार 5 फरवरी को रहेगा पूर्णिमा का मान
ज्योतिषाचार्य -पंडित मुकेश मिश्रा
बरेली: स्नान, दान- पुण्य, पूजा- पाठ के लिए पूर्णिमा का विशेष महत्व माना जाता है। लेकिन, माघ मास की पूर्णिमा का अत्यधिक माना गया है। शास्त्रों के अनुसार जो भी माघ मास की पूर्णिमा को स्नान -दान करते हैं। उन्हें समस्त देवताओं खुशियों का आशीर्वाद प्रसन्न होकर देते हैं। इस बार उदया तिथि के अनुसार माघ मास की पूर्णिमा 5 फरवरी रविवार के दिन पड़ रही है। ज्योतिष के अनुसार पूर्णिमा तिथि के स्वामी चंद्रमा है। मान्यता है कि पूर्णिमा पर इनकी पूजा से समस्त ग्रह बाधा शांत होती है और सुख समृद्धि की बरसात होती है। खासकर संतान के उत्तम स्वास्थ्य के लिए पूर्णिमा का व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। मांघ का महीना भगवान नारायण को समर्पित है। लेकिन पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी की भी विशेष कृपा बरसती है। इस बार तो पूर्णिमा कई शुभ संयोगो में आ रही है। इसलिए, इस बार स्नान- दान, पूजा -पाठ करने से वर्षभर संपन्न का रहेगी।
-इन दुर्लभ संयोगों का यह रहेगा फल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस साल माघ पूर्णिमा पर चार दुर्लभ संयोग बनने जा रहे हैं। एक दिन में चार योगों का बनना बेहद शुभ है। बता दें, कि इस बार माघ पूर्णिमा पर सौभाग्य, रवि पुष्य, आयुष्मान और सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इस दिन मां लक्ष्मी और चंद्रमा की पूजा करने से व्यक्ति को लंबी उम्र का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही धन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए भी पूर्णिमा का दिन श्रेष्ठ माना गया है।
-इस उपाय से मां लक्ष्मी की बरसेगी कृपा
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार माघ पूर्णिमा की रात विधि-विधान से पूजा करने से लाभ होता है। इसके साथ मध्यरात्रि में मां लक्ष्मी को 11 कमलगट्टे और अष्टलक्ष्मी की अष्टगंध प्रदान करें। इस दिन श्री सूक्त का पाठ करें। मां लक्ष्मी से कृपा बरसाने का आग्रह करें। इन उपायों को करने से आपकी धन संबंधी समस्याएं जल्द ही दूर हो जाएंगी।