बरेली। भगवान शिव के परम प्रिय सावन के बाद भगवान श्री कृष्ण का प्रिय महीना भादो की शुरुआत 13 अगस्त से हो चुकी है। और यह भादो का महीना 10 सितंबर तक चलेगा। गत 19 अगस्त को भगवान कृष्ण का जन्म उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया और कन्हैया जी की छठी अब 24 अगस्त बुधवार को मनाई जाएगी। भगवान कृष्ण को यह महीना इतना प्रिय है कि इसी महीने भगवान ने जन्म लिया था और उनकी छठी महोत्सव, करवट बदलना, पालने में झूलना, पूतना आदि राक्षसों का संहार जैसी अनेको लीलाएं इसी माह से जुड़ी है।
इसलिए इस महीने को भगवान श्री कृष्ण का परम प्रिय महीना कहा जाता है। भगवान श्रीकृष्ण को पीला रंग विशेष रूप से प्रिय है। भगवान कृष्ण की छठी का पूजन करने से जन्माष्टमी की पूजा पूर्ण मानी जाती है और सभी मनोवांछित इच्छाओं को पूर्ण करता है छठी महोत्सव। बता दे भाद्रपद का अर्थ कल्याण देने वाला। यह महीना व्रत -उपवास, नियम, निष्ठा का पालन करना सिखाता है और प्रायश्चित करने के लिए सर्वोत्तम कहा गया है। दरअसल भादो का यह पावन महीना मन को शुद्ध करने और पवित्र भाव भरने के लिए बेहद कारगर है। इस महीने राधा जन्मोत्सव, भगवान गणेश महोत्सव, अनंत चतुर्दशी, कुश की अमावस्या आदि बड़े त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया जाते हैं। ज्योतिष के अनुसार चतुर्मास का यह दूसरा महीना कहा जाता है।
संतान प्राप्ति के लिए वरदान है भादों का महीना
जिनके कोई संतान नहीं है। ऐसे जातकों को भगवान श्री कृष्ण की पूजा -उपासना और उनके महोत्सव भक्ति पूर्वक करने चाहिए। संतान गोपाल मंत्र का जप करने से और हरिवंश पुराण का पाठ करने से संतान की प्राप्ति बड़ी सहजता से हो जाती है।
*इन चीजों से करें परहेज*
-इस महीने में कच्ची चीजें खाने से परहेज करें।
-दही का प्रयोग करना पूर्ण रूप से वर्जित है।
– इस महीने में रक्तचाप बढ़ने की संभावना होती है इसका भी विशेष ध्यान रखना चाहिए।
-इस माह में रविवार को चावल न खाने की सलाह दी जाती है। इसके आखिरी रविवार में आपको इसका ध्यान पूर्वक पालन करना चाहिए।
-आचार्य मुकेश मिश्रा