बेटियां प्रकृति का अनुपम वरदान : प्रशांत प्रभू
शाहजहांपुर : बृहस्पतिवार को आदर्श दिव्यांग कल्याण संस्थान द्वारा आयोजित श्री शिव महापुराण व रुद्राभिषेक कथा ज्ञान यज्ञ समारोह में कथा व्यास प्रशांत प्रभु ने मातृ शक्ति की महत्ता पर प्रवचन दिया कहा जब भी धरा पर कष्ट आया, मातृ शक्ति ने मानव जाति का कल्याण किया। शुंभ निशुंभ का वध करने के लिए आदिशक्ति दुर्गा को अवतरित होना पडा।खिरनी बाग में आयोजित कथा में प्रशांत प्रभु ने बेटी बचाओं बेटी पढाओं का संदेश देते हुए कहा कि प्रकृति ने बेटी के रूप में अनुपम वरदान दिया है। महाराजा जनक ने बेटी की प्राप्ति के लिए हल चलाया और उन्हें माता सीता के पिता का गौरव मिला।
महाराजा हिमांचल ने बेटी के लिए घोर तप किया और घर पार्वती अवतरित हुई। कथा व्यास ने झांसी की रानी समेत भौतिक जगत की महान नारियां का उदाहरण देते हुए भ्रूण हत्या रोकने और बेटी के संरक्षण संवर्धन तथा शिक्षण का संदेश दिया। कथा व्यास ने कहा कि सनातन धर्म में बेटियों को आदि काल से ही महत्ता मिली है। बेटियां बेटों की तरह ही घर का चिराग और उत्कृष्ट इंसान है। जननी के साथ मानव अस्तित्व का प्रतीक है। कथा व्यास ने सती अनुसुइया सती सावित्री सती नर्मदा आदि का उदाहरण देते हुए नारी शक्ति का महत्व समझाया।
उन्होंने नारी शक्ति का प्रतीक नदियों का भी जिक्र किया और उनकी महत्ता बताई। उन्होंने कहा बेटी घर परिवार और समाज में लक्ष्मी का प्रतीक है। जाहिर है जहां उसका अपमान होता है, उसे सताया जाता है, वहां लक्ष्मी अर्थात समृद्धि नही रहती है। आज भटकने का सबसे बढा कारण यह है कि हम एक दूसरे पर विश्वास नही करते है विश्वास में कही न कही कमी आयी है। इसलिए जीवन में संशय बना रहता है। कथा मर्मज्ञ ने भक्तों का आह्वान करते हुए कहा कि गंगा को स्वच्छ रखों उसे प्रदूषित मत करों। गाय को माता की दृष्टि से देखकर सेवा करों। इसी में जीवन का आनन्द है।
इस अवसर पर आयोजन समिति के मुख्य आयोजन में हरीशरण बाजपेई रामचन्द्र सिद्यल उद्योगपति हरिओम मिश्रा डाॅ0 विजय पाठक नीरज बाजपेई अशोक कुमार गुप्ता उद्योगपति मुनेश्वर सिंह डाॅ सत्यप्रकाश मिश्रा दीपक शर्मा दिनेश गुप्ता नरेन्द्र सक्सेना नन्द कुमार दीक्षित उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के महानगर अध्यक्ष सचिन बाथम आदि का सहयोग रहा।