अश्विन मास शुक्ल पक्ष प्रतिपदा यानी शारदीय नवरात्र आज से प्रारंभ हो गए हैं। इस बार मां भगवती खास संयोगों में आई है। दरअसल आज शुक्ल और ब्रह्म योग व्याप्त रहेंगे। ऐसे में इन योगों में आना भगवती का विशेष महत्व है। साथ ही नवरात्रि में पंच महायोग का निर्माण हो रहा है। जो कि अपने आप में दुर्लभ है। ऐसे संयोग कई दशकों के बाद देखने को मिले हैं। पंच महायोगो में शुक्ल योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, शुक्र बुध आदित्य योग, ब्रह्म योग और अमृत सिद्धि योग नवरात्रि में पड रहे हैं। 29 सितंबर और 2 अक्टूबर को सर्वार्थ सिद्धि योग रहेंगे। नवरात्रि की चतुर्थी षष्ठी और अष्टमी तिथि में रवि योग व्याप्त होंगे। यह योग सभी संकटों को दूर करेंगे और भक्तों को अपार सफलता देंगे।
बता दें सोमवार का दिन होने से नवरात्रि का महत्व कई गुना ज्यादा बढ़ गया है। इस बार मां भगवती की कृपा भक्तों पर खूब बरसेगी।यह दुर्लभ योग भक्तों के यहां धन धान्य- धन के भंडार भरेंगे। इसलिए इस बार शक्ति की आराधना अत्यंत मंगलकारी और पुण्यदायी रहेगी।
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
सुबह 6:17 से 7:55 तक
अभिजीत मुहूर्त मध्यान्ह 11:54 से 12:42 तक