वास्तुशास्त्र विज्ञान में वास्तुदोष का प्रमुख कारण होता है किसी भी नियम या तत्वो के विरुद्ध कोई कार्य करना या चीजो का रख रखाव करना,हर तत्व की अपनी एक प्रवृत्ति एवं प्रकृति होती है जिस पर उस तत्व के नुकसान और समाधान समाहित होते है।
आज हम दक्षिण पूर्व के वास्तुदोष के बारे में बात कर रहे कि ,दक्षिण पूर्व दिशा के वास्तुदोष हमे कितना नुकसान दे सकते है और हमे इसका समाधान कैसे करना है।
दक्षिण पूर्व दिशा म शौचालय बनना एक बडे वास्तुदोष में आता है ।अग्निकोण में जब आपका शौचालय बन जाता है तो आपके घर में लड़ाई, झगड़ा,सामानों के नुकसान,बिजली उपकरणों का बार बार खराब होना,कोर्ट मुकदमों के चक्कर मे फसने से लेकर पड़ोसी से सम्बन्ध खराब रहने आदि जैसे नुकसान हो सकते है।
यदि आपका शौचालय गलती से दक्षिण पूर्व दिशा में बन गया हैं तो आवश्यक है उपाय करना,उपाय में आप दक्षिण पूर्व शौचालय में समुंद्री नमक रखे,स्पाइडर प्लांट रखे और लाल बल्ब जीरो वाल्ट का अवश्य जलाए,इससे आपको लाभ मिल सकता है।
नीतू मिश्रा-वास्तु विशेषज्ञ (गोल्ड मेडलिस्ट)ज्योतिषी
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