बरेली। किसी मदद करना इंसानियत की पहली पहचान होती है। ऐसे में किसी परेशान व्यक्ति को थोड़ी भी मदद मिल जाये तो वह खुद को दूसरे का अहसान तले दबा मानने लगता है पर बरेली की दरगाह उस्तादे ज़मन ट्रस्ट की संस्था राहे इंसानियत फाउंडेशन बिना किसी स्वार्थ के रमजान के पाक महा में लोगों की मदद कर रहा है। यह ट्रस्ट अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों को सहरी पहुंचा रहा है।
ट्रस्ट के मुताबिक रमज़ान के पाक महीने में अगर परिवार को कोई व्यक्ति बीमार पड़ जाये तो अस्पताल में उसके साथ रहने वाले तीमारदार को सबसे ज़्यादा परेशानी सहरी की होती है। रात में होटल भी बन्द होते हैं और फिर मरीज़ को छोड़कर जाना भी मुनासिब नहीं होता। ऐसे में रोजेदार को परेशानी का सामना करना पड़ता है।रोज़ेदार की इन्हीं परेशानियों के मद्देनज़र दरगाह उस्तादे ज़मन ट्रस्ट के अन्तर्गत संचालित राहे इंसानियत फाउंडेशन, बरेली शरीफ ने अस्पतालों में मरीज़ों के साथ रहने वाले तीमारदारों के लिए सहरी की निःशुल्क व्यवस्था की है।
दरगाह उस्तादे ज़मन ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष नबीरा ए आलाहज़रत मौलाना मो0 कैफ रज़ा खाँ क़ादरी ने बताया कि बरेली शहर के अस्पतालों में मरीज़ों के साथ रहने वाले तीमारदारों के लिए सहरी की व्यवस्था बिल्कुल मुफ्त है इसमें सिर्फ इतना करना है कि रात्रि 7 बजे से 8 बजे की बीच मोबाईल नम्बर 9084957857 पर काल करके रोज़ेदारों की संख्या नोट कराना है उसके बाद सहरी समाप्ति के निर्धारित समय से पूर्व खाना अस्पताल तक पहुंचा दिया जाएगा। यह बिल्कुल फ्री सेवा है इसमें खाने से लेकर किराये तक का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
मौलाना क़ादरी ने बताया कि हमने यह व्यवस्था पहले रमज़ान से शुरू कर दी है और बड़ी संख्या में फोन काॅल आ रहीं और और ज़रूरतमंदों को खाना पहंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अगले वर्ष से अन्य शहरों में भी टीम बनाकर अस्पतालों के साथ ही मुसाफिरों के लिए बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर भी सहरी की व्यवस्था की जाएगी।