News Vox India
धर्मशहर

सज्जादानशीन अहसन मियां की अपील : 60 रुपये सदका-ए-फ़ित्र अदा करे मुसलमान

ज़रूरतमंदो तक पहुँचाये ज़कात और फितरे की रकम
Advertisement

मोहम्मद आदिल ,
   बरेली | माहे रमज़ान के तीसरे जुमा को शहर भर की प्रमुख दरगाहों,ख़ानक़ाहों, मस्जिदों में अपने वक़्तों पर नमाज़ अदा की गई। इसी कड़ी में दरगाह आला हज़रत पर भी चार बजे नमाज़-ए-जुमा अदा किया गया। सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) ने मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि जिन मुसलमानों पर सदका-ए-फ़ित्र वाजिब और ज़कात फ़र्ज़ है वो लोग इसकी रकम जल्द से जल्द गरीबों तक पहुँचा दे ताकि गरीब मुसलमान भी ईद की खुशियों में शामिल हो सके। उन्होंने आगे कहा कि अल्लाह ने सभी शरई मालदार मुसलमानों पर सदक़ा ए फित्र वाजिब और ज़कात को फ़र्ज़ किया।शरीयत ने मुसलमानों को हुक़्म दिया कि जो साहिबे निसाब (शरई मालदार) मुसलमान है, वो सदक़ा-ए-फ़ित्र की रकम अपनी और अपने नाबालिग औलाद कि तरफ से निकाले।
सदक़ा ए फित्र वाजिब होने के लिए रोज़ा रखना शर्त नही। अगर किसी बीमारी,सफर या किसी अन्य वजह से रोज़ा न रख सके तब भी वाजिब है। ईद की नमाज़ से पहले जो इसके शरई हक़दार है उन तक ये रकम पहुँचा दे। ज़्यादातर लोग सदक़ा-ए-फ़ित्र ईद की नमाज़ से पहले अदा करते है लेकिन पहले भी अदा कर सकते है। ज़कात मुसलमानो पर अल्लाह ने फ़र्ज़ की वही सदका ए फ़ित्र वाजिब। अमूमन लोग सदका ए फ़ित्र को ज़कात समझ लेते है जबकि ये दोनों अलग अलग है।
    मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया की दरगाह पर आज बाद नमाज़-ए-जुमा सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने ज़कात व फ़ित्रा पर रोशनी डालते हुए कहा कि ज़कात कुल माल पर 2.5% अदा करनी है वहीं सदक़ा ए फ़ित्र 2 किलो 47 ग्राम गेहूं या 4 किलो 94 ग्राम जौ,खजूर और मुनक्का या इसकी बाजार मूल्य की कीमत गरीब,बेवा,बेसहारा,यतीमों या मदरसों के तल्बा को अदा करनी है। गेहूँ और जौ के दानों से अफ़ज़ल है उनका आटा देना और उससे अफ़ज़ल ये है की उसकी कीमत अदा कर दें।
इस वक़्त बरेली में अच्छी क्वालिटी के 2 किलो 47 ग्राम आटे की कीमत लगभग 56-57 रुपए है, इसकी कीमत बड़ा कर तो दे सकते है अफ़ज़ल है। लेकिन कम नही होनी चाहिए। अवाम की आसानी के लिए इसकी कीमत तय कर दी गयी है। बरेली में इसकी कीमत 60 रुपए तय की गई है इससे बड़ा कर जितना चाहे दे सकते है, हाँ अगर तय बजन से कम अनाज या रकम दी तो सदका ए फ़ित्र अदा न होगा। देश के बाकी शहरों के लोग अपने यहाँ गेहूँ,जौ,खजूर या मुनक्का के वजन की कीमत मालूम कर अपनी हैसियत के मुताबिक अदा करे।

Related posts

संत निरंकारी मिशन  के सामूहिक विवाह आयोजन में  54  जोड़े  परिणय सूत्र में बंधे,

newsvoxindia

आजम खान के भड़काऊ भाषण के मामले में 27 अक्टूबर को आ सकता है अदालत का फैसला 

newsvoxindia

डेलापीर मंडी में सब्जियों  के थोक के यह है  भाव , देखें  यह सूची ,

newsvoxindia

Leave a Comment