प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित मुकेश मिश्रा की नजर से जानिए नव संवत्सर 2079 का राशिफल ,
मेष-यह विक्रम संवत 2079 आपके पुरुषार्थ को उजागर करेगा।
-यह बर्ष उन्नति कारक रहेगा। यात्राएं होंगी। लोकप्रियता भी बढ़ेगी।
-पित्त विकार और संधि बात से परेशानी हो सकती है।
-घर परिवार में सामंजस्य स्थापित रहेगा कार्य आसानी से पूरे होंगे
-नए व्यवसाय का मार्ग प्रशस्त होगा।
-इस वर्ष के 1,3,8, 11 मास कष्टकारी हो सकते हैं।
-इस वर्ष कोई मांगलिक कार्यक्रम परिवार में हो सकता है।
उपाय-प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी पर चोला चढ़ाएं। -हर बृहस्पतिवार को बृहस्पति मंत्र की कम से कम एक माला का जप करें।
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वृषभ-यह विक्रम संवत आपको शुभ परिणाम लेकर के आया है।
-इस वर्ष नवीन संपति खरीदने की स्थिति बन सकती है।
-अदालतों के काम में प्रगति होगी।
-नौकरी की स्थिति में प्रमोशन हो सकता है।
-घर परिवार का वातावरण इस वर्ष बेहद सुखद रहने वाला है।
-संवत के 2,5, 10 मास कुछ कष्टदायक रह सकते हैं।
– किसी मित्र के सहयोग से कारोबार के मौके मिल सकते हैं। यात्रा पर जाने के भी योग हैं।
उपाय-हर शुक्रवार को शुक्र मंत्र का जप करें। मछलियों को आटा की गोली खिलाएं।
-शुक्रवार को सफेद वस्त्र अवश्य धारण करें।
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मिथुन-इस राशि के जातकों पर शनि की ढैया रहेगी।
– संघर्ष से कार्यों में सफलता मिलेगी अनावश्यक वाद-विवाद हो सकते हैं।
-लंबी दूरी की यात्रा की संभावना है। स्थानांतरण होने की संभावना भी बनेगी।
-भूमि, वाहन के क्रय -विक्रय की स्थिति बन सकती है।
-जून के बाद बाहरी संबंधों से लाभ होगा।
-स्वास्थ्य के प्रति इस वर्ष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
-इस वर्ष 4 8 12 मास कष्टदायक रह सकते हैं।
उपाय-हर शनिवार को शनिदेव के सम्मुख सरसों के तेल का चौमुखा दीपक जलाएं।
असहाय गरीबों की सहायता करें, और झूठ से परहेज करें।
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कर्क-यह संवत् उत्तम रहेगा। परेशानियां कम होंगी।
-भौतिक सुख- साधनों में खर्च की अधिकता बढ़ेगी। कोर्ट -कचहरी के मामलों का समाधान होगा।
दांपत्य जीवन में उदासीनता रह सकती है। लेकिन सामान्ज्स बना रहेगा।
-नौकरी वालों की समस्याएं इस वर्ष कम होगी, और तरक्की के योग बन रहे हैं।
-आपके परिवार में मांगलिक कार्यक्रम संपन्न हो सकते हैं।
-प्रतिष्ठित लोगों से मित्रता की संभावना बनेगी और लाभ भी होगा।
-इस वर्ष के 2,3,9 मास कष्टदायक रह सकते हैं।
उपाय-हर सोमवार शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं साथ ही काले तिल अर्पित करें।
-रुद्राष्टकम का पाठ करें, और सोमवार को शाम को चंद्रमा मंत्र की कम से कम एक माला का जप करें।
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सिंह-इस राशि के जातकों के लिए यह विक्रम संवत उन्नति कारक रहेगा।
-घर परिवार में खुशी का वातावरण दिखाई देगा।
– रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है। आर्थिक उन्नति होगी।
-संपत्ति क्रय- विक्रय की स्थिति बेहतरीन रहेगी।
-विद्यार्थियों के लिए अध्ययन के क्षेत्र में विकास संभव है।
-व्यवसाय के लिए यह वर्ष अत्यंत लाभकारी होगा। यात्रा का भी योग बनेगा।
-इस वर्ष के 3,7, 11 मास कुछ परेशानी वाले हो सकते हैं।
उपाय-हर रविवार सूर्य देव को रोली लाल पुष्प डाल कर के अर्घ्य दें। सूर्य के सम्मुख हनुमान चालीसा का पाठ करें।
-बृहस्पतिवार को कुछ ना कुछ पीली वस्तुओं का दान अवश्य करें।
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कन्या-इस राशि के जातकों के लिए यह वर्ष सामान्य रहेगा।
-कार्यों में सफलता प्राप्त होगी स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं बढ़ेंगी।
-भूमि, वाहन खरीदने के योग हैं। माता-पिता का स्वास्थ्य बाधायुक्त रह सकता है।
-व्यवसाय के लिए यह वर्ष अच्छा है। नौकरी वालों की पदोन्नति संभव है।
-दिसंबर में केतु के राशि परिवर्तन के बाद परिस्थितियों में अपेक्षाकृत तेज सुधार दिखाई देगा।
-घर परिवार में मांगलिक कार्यक्रम हो सकते हैं।
-इस वर्ष के 2,4,9 मास कष्टकारी हो सकते हैं।
उपाय-हर बुधवार को गणेश मंत्र का जप करें हरी घास गाय को खिलाएं।
-आटे की गोलियां मछलियों को खिलाएं। हरी वस्तुओं का दान करें।
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तुला-इस राशि के जातकों पर शनि की ढैया रहेगी।
इस कारण कार्य में संघर्ष होगा
-भूमि, भवन, वाहन संबंधी उपलब्धियां होंगी।
-सार्वजनिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। विद्यार्थियों के लिए यह वर्ष अच्छा है।
-अगस्त के बाद व्यापार में तेजी से सुधार होगा। और उन्नति होगी।
-नौकरी पेशा जातकों का प्रमोशन भी संभव है।
-परिवार के माहौल में प्रेम का आकर्षण होगा। मांगलिक कार्यक्रम भी हो सकते हैं
-इस संवत् के 1,7, 10 मास कष्टकारी हैं।
उपाय-शनिवार के दिन शनि संबंधित वस्तुओं का दान करें और शनिदेव की पूजा करें।
– शुक्रवार को सफेद वस्त्र अवश्य पहने। और भगवती पर अनार चढ़ाएं।
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वृश्चिक-इस राशि के जातकों के लिए यह संवत प्रतिकूल रहने वाला है।
-आर्थिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। कानूनी मामलों में सावधानी बरतें।
-वाहन खरीदने के योग बनेंगे प्रॉपर्टी के काम में फायदा होगा।
-सामाजिक मान प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। नौकरी में प्रमोशन भी संभव है।
– इस राशि के जातकों के दिमाग में इस वर्ष एक के बाद दूसरा फितूर हावी रह सकता है।
-जीवनसाथी के प्रति संबंधों को गंभीरता से लें।
-विद्यार्थियों के लिए यह संवत बेहद ही अनुकूल है।
उपाय-इस वर्ष भैरव उपासना से लाभ होगा।
-मंगलवार को लाल वस्तुओं का दान और हनुमान जी की पूजा भी समय को अनुकूल बनाएगी।
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धनु-इस राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती रहेगी।
-रोजगार में परिवर्तन होगा विवाद शांत होंगे। मदद के लिए किए गए प्रयास सफल होंगे।
-रुका हुआ पैसा भी वापस मिलेगा।
-सरकारी मामलों में सावधानी बरतें अन्यथा कोई समस्या उत्पन्न हो सकती है।
-विद्यार्थियों के लिए यह बर्ष बेहद ही ठीक है।
-व्यापारी वर्ग को मेहनत ज्यादा करनी होगी। क्रोध पर नियंत्रण रखें।
-नौकरी- पेशा और व्यापारी वर्ग के लिए इस वर्ष कई लाभ के अवसर बनेंगे।
-इस वर्ष के 3,7,9 मास कष्टकारी हो सकते हैं।
उपाय-शनिवार के दिन काले जूते, काला छाता और तेल का दान करें।
– प्रत्येक बृहस्पतिवार को विष्णु सहस्रनाम या बृहस्पति मंत्र की कम से कम एक माला का जप करें।
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मकर-इस राशि के जातकों पर भी शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा।
-मानसिक चिंताएं बढ़ेंगी वाद- विवाद निरर्थक दौड़-धूप करना पड़ सकता है।
-भाइयों के साथ संबंधों में सुधार होगा। और प्रेम बढ़ेगा।
– नए कार्य की योजना उन्नति दायक होगी।
– विद्यार्थियों को अध्ययन में मेहनत करनी पड़ सकती है।
-इस वर्ष व्यापार में उतार-चढ़ाव संभव है। पुराने कर्जे से मुक्ति मिलेगी। मुकदमों से परेशानी है बढ़ सकती है।
-कार्य अथवा व्यापार में साख एवं प्रसिद्धि में बढ़ोतरी होने की इस वर्ष गुंजाइश है।
– इस विक्रम संवत के 2, 9,11 मास पीड़ादायक रह सकते हैं।
उपाय- शनिवार को पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का चौमुखा दीपक जलाएं।
शनि संबंधित वस्तुओं का दान करें। घर में प्रतिदिन गंगाजल का छिड़काव करें।
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कुंभ-इस राशि के जातकों पर भी शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा।
– संघर्ष की स्थिति बनेगी। स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं बढ़ सकती हैं।
आर्थिक मामलों में लाभकारी योग बनेंगे। वाहन से चोट -चपेट की संभावना है। ध्यान रखें।
– कार्य क्षेत्र में उतार-चढ़ाव रहेगा। व्यापार में परिश्रम से सुधार होगा।
-इस राशि के जातकों के लिए मांगलिक कार्यों अथवा आमोद- प्रमोद के लिए यात्राओं का सिलसिला चल सकता है।
-नए कार्य शुरू करने पर भाग्य साथ देगा।
– इस संवत्सर का 4, 8, 12 मास कष्टकारी है। सचेत रहें।
उपाय-हर शनिवार को छाया दान करें। शनि मंत्र का जप करें ।साथ ही शनि चालीसा का पाठ करें।
– मंगलवार को हनुमान जी को चोला चढ़ाएं।
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मीन-इस राशि के जातकों के लिए यह वर्ष बेहद शुभ रहने वाला है।
-बहुप्रतीक्षित कार्य पूर्ण होंगे। संतान के लिए यह वर्ष बेहतर रहेगा।
-कार्यक्षेत्र में उन्नति होगी। माता पिता एवं परिवार का स्वास्थ्य बाधायुक्त रह सकता है।
-यात्रा में अधिक व्यय होगा यात्राओं के इस वर्ष कई योग बन रहे हैं।
-इस वर्ष कुछ आकस्मिक लाभ भी प्राप्त हो सकता है।
-नौकरी पेशा जातकों को यह वर्ष कष्टकारी रहेगा।
-इस वर्ष 3,6,9, 12 मास कष्टकारी है।
उपाय-हल्दी की गांठ बृहस्पतिवार को पूजन कर गले या अपने दाएं बाजू में महिलाएं अपने बाएं बाजू में धारण करें।
-केले के वृक्ष में हल्दी मिश्रित जल बृहस्पतिवार को अवश्य चढ़ाएं। घर में गंगाजल का छिड़काव करें।