बरेली । अजमेर शरीफ़ में 17 दिसंबर से शुरू होने वाले 814वें उर्स-ए-ख़्वाजा को देखते हुए बरेली में ज़ायरीन की सहूलियत के लिए विशेष इंतज़ाम किए जा रहे हैं। नेपाल, असम, गुजरात, बिहार, महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तराखंड सहित देशभर से आने वाले अकीदतमंद दरगाह आला हज़रत पर हाज़िरी देने पहुँचते हैं, जिसके चलते सिटी स्टेशन पर हर साल की तरह इस बार भी शिविर स्थापित किया जाएगा।
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी के अनुसार यह शिविर दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा ख़ान (सुब्हानी मियां) और सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन मियां की निगरानी में चलेगा, जिसमें टीटीएस वालंटियर चौबीसों घंटे सेवा देंगे। उर्स की तैयारियों को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में एडीएम सिटी सौरभ दुबे की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें दरगाह प्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य विभाग की ओर से 24 घंटे डॉक्टर व दवाइयों की व्यवस्था, शौचालय, पानी की टंकियां, सफाई, प्रकाश व्यवस्था के साथ-साथ सिटी स्टेशन से दरगाह तक जाने वाले सभी मार्गों की मरम्मत और स्ट्रीट लाइट सुधारने की मांग रखी।
टीटीएस पदाधिकारियों ने दिल्ली, लखनऊ, बदायूँ और पीलीभीत मार्ग से आने वाली बसों को शहर में प्रवेश देने की माँग भी उठाई, ताकि ज़ायरीन को दरगाह पहुँचने में आसानी हो। 15 से 23 दिसंबर तक चलने वाला शिविर उर्स-ए-ख़्वाजा के दौरान यात्रियों के लिए बड़ी राहत साबित होगा। बैठक में नगर निगम, रेलवे, रोडवेज़, स्वास्थ्य विभाग सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।




