बरेली। प्रेमनगर थाना पुलिस ने साइबर फ्रॉड सहित प्लॉट बेचने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले 25 हजार रुपये के इनामी शातिर पवन शर्मा को गिरफ्तार कर लिया । आरोपी पिछले 06 वर्षों से फरार चल रहा था और लगातार अपना ठिकाना और नाम बदलकर पुलिस को चकमा देता रहा था।

प्रेमनगर पुलिस के अनुसार वर्ष 2019 में प्रेस्टीज डेवलपर्स बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड और प्रेस्टीजियस सहकारी आवासीय समिति से जुड़े धोखाधड़ी मामले में पवन शर्मा नामजद था। आरोपी पर लोगों से प्लॉट दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने के आरोप थे। इस मामले में उसके खिलाफ थाना प्रेमनगर बरेली में कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था।
पुलिस ने पवन शर्मा को पहले भी गिरफ्तार किया था, लेकिन जेल से छूटने के बाद वह फरार हो गया। वह हैदराबाद सहित कई शहरों में नाम और पहचान बदलकर छिपता रहा। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने हैदराबाद में भी करीब 1 करोड़ 10 लाख रुपये की साइबर ठगी की थी।
एसपी सिटी बरेली द्वारा गठित की गई टीम ने अभियुक्त की लोकेशन ट्रेस कर उसे झुमका चौराहे क्षेत्र से दबोच लिया। पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले आरोपी बरेली और अन्य शहरों में लगातार ठिकाने बदलकर लोगों को ठगने की फिराक में था। एसएसपी बरेली ने पवन शर्मा की गिरफ्तारी के लिए 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया था।
आरोपी पवन शर्मा पर धोखाधड़ी, साइबर फ्रॉड, जालसाजी और धोखे से संपत्ति हड़पने के कई गंभीर मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ प्रेमनगर, इज्जतनगर, कैंट, फरीदपुर, कासगंज और शाहजहांपुर जिलों में मुकदमे पंजीकृत हैं। आरोपी का लंबा क्राइम रिकॉर्ड पुलिस के लिए लगातार चुनौती बना हुआ था।एसपी सिटी मानुष पारिक ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार करके कोर्ट के सामने पेश किया जा रहा है।



