बरेली | अताउर रहमान उत्तर प्रदेश की सपा सरकार मे दर्जा मंत्री रह चुके हैं और उन्हें राजनीति अपने विरासत मे मिली है। अताउर रहमान के पिता मरहूम शफीक अहमद कांग्रेस पार्टी के जिला उपाध्यक्ष थे साथ ही शफीक अहमद पूर्व सीएम नरायन दत्त तिवारी के बेहद करीबी भी थे । पूर्व मंत्री अताउर रहमान ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है और वह बॉलीवाल के एक बेहतर खिलाड़ी भी रह चुके है। उन्होंने अपना पहला चुनाव 1996 मे लड़ा था और उसके बाद से वह अब तक राजनीति मे सक्रिय हैं। अताउर रहमान बहेड़ी विधानसभा से दो बार विधायक रह चुके हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव मे अताउर्रहमान को विधायक की कुर्सी से हाथ धोना पड़ा था। पिछले विधानसभा चुनाव मे वह तीसरे स्थान पर रहे थे जबकि बसपा प्रत्याशी नसीम अहमद ने दूसरा स्थान हासिल किया था।
हाल में नसीम अहमद पिछले साल ही बसपा छोड़कर सपा मे शामिल हुये हैं और वह इस बार बहेड़ी विधानसभा से सपा के टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव मे हार के बाद उन्होंने अपनी पत्नी फौजुल का नगर पालिका परिषद का चुनाव लड़ाया था जिसमे उनकी पत्नी नगर पालिका परिषद की चेयरमैन बनी। पूर्व चेयरमैन अंजुम रशीद भी सपा टिकट के दावेदारों की सूची मे हैं। पूर्व चेयरमैन अंजुम रशीद के पिता मंजूर अहमद विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रह चुके हैं और अंजुम रशीद भी विधानसभा चुनाव मे अपनी किस्मत आज़मा चुके हैं। अब देखना यह है कि अताउर्रहमान, नसीम अहमद व अंजुम रशीद मे से किस प्रत्याशी को बहेड़ी विधानसभा से सपा का टिकट मिलता है। फिलहाल अब तक विधानसभा क्षेत्र से सपा का टिकट फाइनल न होने से समर्थकों मे टिकटों को लेकर माहौल गर्म है। माना यह जा रहा है कि अताउर रहमान सपा हाईकमान का दिल जीतने में सफल रहेंगे और उनका मुख्य मुकाबला भाजपा पार्टी के उम्मीदवार से ही रहेगा | Share this story